विश्व समुदाय से एक कातर निवेदन – सुरेन जालान
आसनसोल । अफगानिस्तान के वर्त्तमान हालात पर पूरे विश्व से मानवता के नाम पर यह निवेदन करता हूं कि गोली एवं आतंक के बलबूते अफगानिस्तान को तालिबान में बदल कर जो तांडव अफ़गानी बच्चे, बच्चियों, महिलाओं तथा नागरिकों के साथ हो रहा है उनके बारे में विश्व समुदाय से गुहार लगा रहा हूं कि 24×7 की समयावधि में फैसला हो जहां पर 3 महीने की बच्चियों को, 9 महीने की बच्चियों को, 22 महीने की अबोध बच्चियों को अपना पेट पालने तथा दो वक्त की रोटी के लिए मां – बाप बेच रहे है। वहां की ज़िंदगी में बालविवाह का असर तालिबानी सरकार बनने के बाद ज्यादा देखने को मिल रहा है और वहां मानवता तथा धर्म के नाम पर मानसिक हत्याएं हो रही है। उक्त बातें आसनसोल के सामजसेवी सह व्यवसायी सुरेन जालान ने कही। उन्होंने खासतौर से अपने देश के प्रधान एवं हिन्दू तथा हिंदुत्त्व को समझाने वाले राहुल गांधी, जिन्ना को याद करने वाले अखिलेश यादव, योगा सिखाने वाले अरविंद केजरीवाल से कहना चाहता है कि ये सब बातें बाद में भी हो जायेंगी। परंतु आज सबसे बड़ी जो मानवता की समस्या हमारे पड़ोसी मुल्क़ अफगानिस्तान में जहां हर चार घंटे में आदमी कुपोषण तथा भूख का शिकार हो जान गवा रहे हैं पर अपना ध्यान केंद्रित करें तो ज्यादा अच्छा होगा।
चुनाव का क्या है वो तो आएगा – जाएगा , अखिलेश, योगी रहेंगें या नहीं रहेंगें, सपा – बसपा – काँग्रेस – भाजपा – टीएमसी – शिवसेना , पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुखों तथा मेहबूबा मुफ्ती – शरद पवार – ममता सबसे अनुरोध करता हूँ कि अपनी राजनीति को कुछ समय के लिए छोड़ कर अफ़गानी बच्चे, बच्चियों, महिलाओं एवं पुरुषों के हित के लिए जो हमारे – आपके तरह ही विश्व की मानवता के धरोहर हैं के लिए 2 मिनट का कीमती समय निकाले। कहीं मानवता तार – तार न हो जाये और आप सब हाथ पर हाथ धरे तमाशा देखते रह जाएं। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन से भी ज्यादा खतरनाक स्थिति अभी तालिबान में दो वक्त की रोटी – पानी के लिए हो रहा है। इस विषय पर कोई भी विश्व समुदाय के लोग रिपोर्ट कार्ड नहीं दिखा रहे हैं जो कि मानवता के नाम पर काफी शर्म की बात है।