ममता ने की घोषणा- देवचा पचामी कोयला योजना के लिए जमीन देने वालों को नौकरी देगी बंगाल सरकार
बीरभूम । बीरभूम जिला में देवचा पचामी कोयला खदान योजना के लिए जमीन देने वालों को राज्य की ममता बनर्जी सरकार नौकरी देगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसकी घोषणा की है। राज्य मंत्रिमंडल (कैबिनेट) की बैठक के बाद सोमवार शाम मुख्यमंत्री ने कहा कि देवचा पचामी कोयला ब्लाक परियोजना के लिए अपना घर या जमीन देने वाले हर परिवार के एक सदस्य को पुलिस बल में नौकरी मिलेगी। उन्हें उनकी योग्यता के अनुसार जूनियर कांस्टेबल या सीनियर कांस्टेबल की नौकरी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 139 लोग इस योजना के लिए जमीन देने के लिए तैयार हैं। राज्य सरकार की भी अपनी जमीन है। पहले सरकार अपनी जमीन पर काम शुरू करेगी। राज्य सरकार के पास करीब 1000 एकड़ जमीन है। उन्होंने कहा कि हम पहले ही भर्ती के लिए 5,100 पदों को मंजूरी दे चुके हैं। कम से कम 139 ग्रामीण इस योजना के लिए अब तक अपनी भूमि देने के लिए सहमत हुए हैं। ममता ने वादा किया कि जमीन देने वाले प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को नौकरी मिलेगी। मुख्यमंत्री ने साथ ही कहा कि इस योजना से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले साल नौ नवंबर को देवचा-पचामी कोयला खदान परियोजना के कारण विस्थापित या प्रभावित होने वाले लोगों के लिए 10 हजार करोड़ रुपये के मुआवजा पैकेज की भी घोषणा मंगलवार की थी। दरअसल, कुछ साल पहले केंद्र सरकार ने दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कोयला ब्लाक ‘देवचा पचामी हरिसिंघा दीवानगंज’ पश्चिम बंगाल को आवंटित किया था। ममता ने विधानसभा में कहा था, हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे जो सिंगूर में हुआ। हम एक सरकारी जमीन पर योजना की शुरुआत करेंगे। हमारी सरकार जनता के लिए है। हम बलपूर्वक काम करने में विश्वास नहीं रखते। उन्होंने कहा था कि इस खनन योजना से बीरभूम और पड़ोसी जिलों में एक लाख रोजगार पैदा हो सकते हैं।