आज का पंचांग, 8 फरवरी 2022: आज है भीष्म अष्टमी, जानें शुभ-अशुभ समय और राहुकाल
दिल्ली । आज माघ माह की शुक्ल अष्टमी तिथि है। आज भीष्म अष्टमी है। माघ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को भीष्म अष्टमी कहते हैं। इस तिथि पर व्रत करने का विशेष महत्व है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन भीष्म पितामह ने सूर्य के उत्तरायण होने पर अपने प्राण त्यागे थे। इस दिन प्रत्येक हिंदू को भीष्म पितामह के निमित्त कुश, तिल व जल लेकर तर्पण करना चाहिए। मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से सुसंस्कारी संतान की प्राप्ति होती है। इस दिन पितामह भीष्म के निमित्त तर्पण करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते है। इस दिन को पितृदोष निवारण के लिए भी उत्तम माना जाता है। आज मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा की जाती है। आज प्रात: स्नान के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें, उसके बाद हनुमान जी की पूजा करें। इस दौरान हनुमान जी को सिंदूर का चोला, बेसन के लड्डू और लाल रंग के फूल अर्पित करें। पूजा के बाद बजरंग बाण और हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें। उसके बाद हनुमान जी की आरती करें। हनुमान जी राम भक्त हैं ऐसे में आप भी प्रभु श्रीराम की पूजा कर सकते हैं। स्कंद पुराण के अनुसार, मंगलवार के दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था, इस कारण से यह दिन उनकी पूजा के लिए समर्पित कर दिया गया है। इस दिन सच्चे मन से पूजा करने पर बजरंगबली की खास कृपा होती है। मंगलवार को उपवास रखने से श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।बजरंगबली संकटहर्ता है। इसलिए वे सभी संकटों को भी दूर करते हैं। यही कारण है कि हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है। आइए पंचांग से जानें आज का शुभ और अशुभ मुहूर्त और जानें कैसी रहेगी आज ग्रहों की चाल….
8 फरवरी 2021- आज का पंचांग
आज की तिथि – माघ शुक्ल अष्टमी
आज का नक्षत्र – भरणी
आज का करण – वणिज
आज का पक्ष – शुक्ल
आज का योग – शुक्ल
आज का वार – मंगलवार
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय – 07:16:00 AM
सूर्यास्त – 06:31:00 PM
चन्द्रोदय – 07:48:59
चन्द्रास्त – 18:12:59
चन्द्र राशि – मेष
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत – 1943
प्लवविक्रम सम्वत – 2078
काली सम्वत – 5122
दिन काल – 10:22:16
मास अमांत – माघमास
पूर्णिमांत – माघ
शुभ समय – 12:04:48 से 12:46:18 तक
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)
दुष्टमुहूर्त – 12:46:18 से 13:27:47 तक, 14:50:45 से 15:32:14 तक
कुलिक – 14:50:45 से 15:32:14 तक
कंटक – 09:18:52 से 10:00:21 तक
राहु काल – 15:42 से 17:06 तक
कालवेला/अर्द्धयाम – 10:41:50 से 11:23:19 तक
यमघण्ट – 11:29:48 से 12:53:18 तक
यमगण्ड – 11:07:46 से 12:25:33 तक
गुलिक काल – 12:53 से 14:18
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