पूर्व मेयर सह भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी के खिलाफ तृणमूल की नारेबाजी से तनाव पसर गया, जवाबी पलटवार, पिता को देख उत्साहित
पांडवेश्वर । पूर्व मेयर, पांडवेश्वर के पूर्व विधायक भाजपा नेता जितेन्द्र तिवारी बुधवार पंचायत चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों के नामांकन प्रक्रिया में पहुंचे। इस दौरान उनको देखकर कथित तृणमूल समर्थकों द्वारा आपत्तिनजनक नारेबाजी किये जाने से स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इस पर जितेंद्र ने भी पलटवार किया। जिससे तनाव फैल गया। बुधवार को भाजपा समर्थक और उम्मीदवार को जितेन्द्र तिवारी के नेतृत्व में नामांकन दाखिल करने के लिए पांडवेश्वर बीडीओ कार्यालय पहुंचे। उन्होंने बीडीओ कार्यालय मोड़ से नामांकन केंद्र तक जुलूस किया। बीडीओ कार्यालय के बाहर तृणमूल समर्थक पहले से ही जमा थे। वहां से कुछ तृणमूल समर्थक जितेन्द्र तिवारी की ओर नारेबाजी लगे। घटना को लेकर आसपास सनसनी फैल गई। जितेन्द्र तिवारी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे लोगों को पुलिस ने हटा दिया। उसके बाद भाजपा प्रत्याशियों ने बीडीओ कार्यालय के अंदर जाकर अपना नामांकन दाखिल किया। सत्तारूढ़ दल द्वारा दुर्व्यवहार से इनकार किया गया है। पांडवेश्वर ब्लॉक युवा तृणमूल के अध्यक्ष नरोत्तम मंडल ने कहा कि तृणमूल ऐसा नहीं किया। जो लोग नारे लगा रहे थे वह तृणमूल समर्थक नहीं थे। जितेन्द्र तिवारी ने कहा कि वह दो साल बाद अपने पिता को देखने के लिए उत्साहित हैं। पहले वह यहां का विधायक थे, वह उनका पिता हूं। पांडवेश्वर के बाद बीजेपी नेता जितेन्द्र तिवारी दुर्गापुर-फरीदपुर ब्लॉक और अंडाल ब्लॉक कार्यालयों में पार्टी कार्यकर्ताओं के नामांकन की निगरानी के लिए गए। उन्होंने अंडाल में मीडिया से कहा कि अगर तृणमूल इस बार वोट लूटने आती है तो इसका जबाव दिया जायेगा।