पांडवेश्वर ।केकेएससी के विरोध प्रदर्शन तथा केंद्र सरकार पर पांडवेश्वर के पूर्व विधायक व भाजपा नेता जितेन्द्र तिवारी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सांसद शताब्दी राय के बारे में कहा कि बंदे मातरम एक्सप्रेस चलने से सांसद शताब्दी राय को बुरा लग रहा है। उससे शताब्दी राय का तो महत्व कम नहीं हो गया है। फिर वे इस ट्रेन के चलने से इतनी नाराज क्यों है? उन्होंने कहा कि सांसद कहती है कि जी-20 की बैठक प्रधानमंत्री ने अपने प्रचार के लिए आयोजित की है तो वे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को क्यों नहीं समझाती कि वे विरोध करें। क्या वे ममता बनर्जी से अधिक समझदार है ? उन्होंने कहा कि जिस समय पूरे विश्व के प्रभावशाली नेता दिल्ली आकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रभाव को स्वीकार कर रहे हैं, उनकी गुणगान कर रहे हैं, उस समय तृणमूल के एक सांसद की टिप्पणी का कोई औचित्य नहीं है। आईएनटीटीयूसी के प्रदेश अध्यक्ष ऋतुवर्ण की आलोचना करते हुए कहा कि वे कोल इंडिया के खिलाफ लड़ाई करने की बात कह रहे हैं। ईसीएल में जितने भी आउटसोर्स खदाने चल रही हैं, सभी के संचालकों से तृणमूल नेता माहवारी वसूली करते हैं। तृणमूल के बड़े नेता इन मालिकों के पार्टनर हैं। तो क्या ऋतुवर्ण अपने ही पार्टियों के नेताओं के खिलाफ आंदोलन करेंगे? उनकी राजनीति तो छात्र तक ही सीमित रह गई है। दरअसल तृणमूल नेताओं की जो माहवारी वसूली है, ऋतुवर्ण उसमें वृद्धि कराने के लिए आंदोलन करने की बात कह रहे हैं। ताकि बढ़ी हुई वसूली में से उनकी राशि भी बढ़ सके।
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उन्होंने कहा कि तृणमूल नेता क्या आंदोलन करेंगे? कुछ ही दिन पहले एक श्रमिक की मौत हो गई थी। तृणमूल नेता किसके पक्ष में खड़े थे? सभी मालिक के पक्ष में थे। उन्होंने कहा कि माहवारी वसूली में वृद्धि कराने का मकसद रख कर बड़ी-बड़ी बाते करने का कोई औचित्य नहीं है।