रानीगंज चेंबर ऑफ कामर्स ने स्वास्थ्य कर्मियों को किया सम्मानित
रानीगंज । भारत के चिकित्सकों नर्सो सहित चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों के योगदान के कारण भारत ने सबसे पहले कोरोना प्रतिरोधक वैक्सीन के सौ करोड़ डोज लगाने में सफलता प्राप्त की है। इनकी इसी उपलब्धि को सलाम करने गुरुवार को रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से आलुगोरिया स्थित रानीगंज ब्लॉक प्राइमरी हेल्थ सेंटर में चिकित्सक, नर्स, स्वास्थ्य कर्मियों को उत्तरीय पहनाकर और मिठाई देकर सम्मनित किया गया। इस मौके पर रानीगंज चेंबर के
अध्यक्ष प्रदीप बजोरिया ने कहा कि कोरोना काल में अपनी जान की परवाह किए बगैर स्वास्थ्य कर्मियों ने जो उपलब्धि हासिल की है इसके लिए उनको शत शत नमन। इसी वजह से रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स की तरफ से इन सभी स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मानित किया। उन्होंने चेंबर ऑफ कॉमर्स की तरफ से ब्लॉक प्रायमरी हेल्थ के सभी चिकित्सकों एवं कर्मियों के प्रति आभारव्यक्त किया। रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स के एक अन्य पदाधिकारी ने भी स्वास्थ्य कर्मियों को इस उपलब्धि के लिए
धन्यवाद देते हुए कहा कि जिस तरह से इन्होने कोरोना काल में अपनी जान की परवाह कीए बगैर लोगों की सेवा की है। उसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। उन्होंने कहा कि रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स इनको बताना चाहता है कि सारा समाज उनके साथ है। वहीं चेंबर के सचिव अरुण भरतिया ने रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों के साथ साथ उन स्वास्थ्य कर्मियों को भी धन्यवाद दिया जिन्होने कोरोना काल में अपनी जान की परवाह कीए बगैर लोगों की सेवा की। चेंबर के पदाधिकारी रोहित खेतान ने कहा कि इन स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मानित करके हम गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि किसी कर्मी को एक दिन
की भी छुट्टी नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि लोगों को चिकित्सा सेवा देने में इनका अभूतपूर्व योगदान रहा है। कार्यक्रम के दौरान प्राइमरी हेल्थ सेंटर के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. मनोज शर्मा, डॉ. अलका श्रीवास्तव, डॉ. कन्हैयालाल केसरी, डॉ. कोमल केसरी, डॉ. घोषाल, एवं ब्लॉक प्रायमरी हेल्थ के सभी कर्मियों को कोरोना वारियर्स के रूप में सम्मानित किया गया। सचिव अरुण भरतिया ने ब्लॉक प्रायमरी हेल्थ के महिला चिकित्सक अलका तिरके का रोजाना कोलकाता से रानीगंज आकर लोगों की सेवा करने के लिए धन्यवाद दिया। चेंबर की तरफ से मनोज केसरी, सुधीर अग्रवाल, सौपु कर, शरत कनोडिया, आदित्य केजरीवाल ने चिकित्सकों को उत्तरीय पहनाकर सम्मानित किया।