आसनसोल । पांडवेश्वर में पुराने श्मशान घाट इलाके में बम विस्फोट से चार घर छतिग्रस्त हो गया। इसे लेकर इलाके में दहशत का माहौल है। सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंचकर इलाके को घेर दिया है। उक्त जगह पर किसी को जाने नहीं दिया गया। इस संबंध में पूर्व मेयर सह भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी रविवार अपने आवासीय कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन किया। जितेंद्र तिवारी ने आरोप लगाया कि पांडवेश्वर में पुराने श्मशान घाट के पास बम विस्फोट होने से चार घर छतिग्रस्त हो गया। उन्होंने कहा कि वहां पर बने 4 कमरे पूरी तरह से ध्वस्त हो गए। इसे पता चलता है कि कम से कम 100 से ज्यादा बम विस्फोट किए गए थे। तभी इतना बड़ा नुकसान हो सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले को भी दबाने की कोशिश की जा रही है। साथ ही उन्होंने सत्ता पक्ष के नेताओं पर उंगली उठाते हुए कहा कि वह विकास के कार्य करने के बजाय इस तरह से इन हथियारों को इकट्ठा किया जाए। इनको जमा किया जाए इसे लेकर ज्यादा चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि जब तक भाजपा कर्मियों पर राजनीतिक हमले हो रहे थे। वह लोग खामोश थे। लेकिन अब बात राज्य और देश की सुरक्षा की आ गई है। इसलिए अब वह खामोश नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि पांडवेश्वर में जो कुछ हुआ इसकी जानकारी देश के गृहमंत्री अमित शाह को दी और उन्होंने इस पूरी घटना की एनआईए से जांच करवाने की मांग की। जितेंद्र तिवारी ने कहा कि पूरे मामले की जानकारी गृह मंत्रालय को दी गई है। उनसे इस बारे में शिकायत भी की गई है। उन्होंने कहा कि अगर एनआईए द्वारा इसकी जांच कार्रवाई जाए तो असली अपराधी सलाखों के पीछे होंगे। उन्होंने इस बात पर भी हैरानी जताई कि दुर्गापुर में जब मुख्यमंत्री की प्रशासनिक बैठक चल रही थी। उसी दिन सुबह में दुर्गापुर महकमा के पांडवेश्वर में इस तरह की बमबाजी कैसे हो सकती है। इसे पता चलता है कि प्रशासन सुरक्षा को लेकर कितना ढुलमुल रवैया अपनाए हुए हैं। जितेंद्र तिवारी ने कहा की एक विरोधी दल होने के नाते वह इस मामले का विरोध करते हैं और उन्होंने टीएमसी के नेताओं से भी इस मामले का विरोध करने और इसकी निष्पक्ष जांच करवाने की अपील की। उन्होंने कहा कि भले ही सामूहिक रूप से यह असामाजिक तत्व अपने निजी स्वार्थ के लिए सत्तापक्ष का समर्थन करें। लेकिन अंततोगत्वा यह टीएमसी के लिए भी खतरनाक साबित होंगे क्योंकि यह असामाजिक तत्व प्रदेश के लिए और देश के लिए खतरनाक है। उन्होंने शिल्पांचल की कानून व्यवस्था को लेकर कुछ तीखे सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय से आसनसोल दक्षिण, बाराबनी, पांडवेश्वर, रानीगंज आदि इलाकों में हथियार जमा किए जा रहे थे। उन्होंने कहा कि इस बारे में भाजपा की तरफ से प्रशासन को जानकारी भी दी गई थी। लेकिन प्रशासन ने उस पर कोई ध्यान नहीं दिया था। इस वजह से पूरे शिल्पांचल में अवैध हथियारों कि जैसे बाढ़ सी आ गई थी। उन्होंने कहा कि इस बारे में बार-बार पुलिस प्रशासन को बताने के बावजूद भी मामले को दबाने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले की सही तरीके से जांच कराई जाती तो इस घटना में संलिप्त अपराधी आज सलाखों के पीछे होते। इस संवाददाता सम्मेलन में जितेंद्र तिवारी के अलावा अजीत राणा, पिनाकी मिश्रा, सन्तु हालदार, सजल सूत्रधर, सुदीप सिंह आदि उपस्थित थे।