आसनसोल । कालीपहाड़ी स्थित एसबीएसटीसी बस टर्मिनल परिसर में एसबीएसटीसी वर्कर्स एंप्लाइज कमेटी की तरफ से आदिवासियों के पवित्र त्यौहार हुल दिवस के मौके पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। साथ ही जरूरतमंद महिलाओं के बीच साड़ी बांटी गई। इस मौके पर आदिवासी समाज की महिलाओं ने नृत्य पेश किया। इस मौके पर 25 लोगों ने रक्तदान किया। वहीं 300 जरूरतमंद महिलाओं के बीच साड़ी वितरण किया गया। इस मौके पर यहां घोषित उपमेयर सह आईएनटीटीयूसी जिला अध्यक्ष अभिजीत घटक, एमएमआईसी गुरुदास चटर्जी, रक्तदान आंदोलन के प्रणेता प्रबीर धर, पार्षद मीना कुमारी हांसदा, पार्षद ज्योति शंकर कर्मकार, मोहम्मद इकबाल, अभिनव मुखर्जी, मनोज हाजरा, संगठन के अध्यक्ष अजीत कोड़ा, सचिव अजय मुर्मू, दिनेश बाउरी, शैलेंद्र यादव, प्रकाश ठाकुर, सुशांत बाउरी, कृष्णा कोड़ा, डॉ. शैलेन सोरेन के अलावा एसबीएसटीसी के चेयरमैन सुभाष मंडल उपस्थित थे। इस मौके पर अभिजीत घटक ने कहा कि आज पवित्र हूल दिवस के मौके पर इस रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है जो कि बेहद सराहनीय है। उन्होंने कहा कि रक्तदान से कोई महानदान नहीं होता है। अभिजीत घटक ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आदिवासियों के उत्थान के लिए सतत प्रयासरत रहती हैं। उनके जय जोहार योजना के जरिए आदिवासियों को महीने में हजार रुपए का भत्ता मिलता है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के शासनकाल में आदिवासी समाज का सर्वांगीण विकास हुआ है और आगे भी जारी रहेगा। अभिजीत घटक ने इतिहास के पन्ने पलटते हुए कहा कि हुल दिवस 1855 के एक घटना को याद करते हुए मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि सिद्धू कानू साहस के साथ अंग्रेजों का मुकाबला किया था वह भले ही पराजित हो गए थे लेकिन उनके साहस के चर्चे आज भी होते हैं।