इस्कॉन मंदिर आसनसोल की ओर से निकाली गई उल्टा रथ यात्रा
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आसनसोल । शनिवार को पूरे देश के साथ-साथ आसनसोल में भी उल्टा रथ मनाया गया। दरअसल आज से 9 दिन पहले भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और बलराम रथ पर सवार होकर अपनी मौसी के घर आए थे। शनिवार उनकी अपने घर वापसी का दिन है। इसे उल्टा रथ कहा जाता है। आसनसोल में इतने दिनों तक बुधा मैदान में यह रथ रखा गया था। यहां पर बीते 9 दिन विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए थे। शनिवार भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और बलराम रथ पर सवार होकर फिर अपने घर वापस लौट आए। इनकी सवारी बुधा मैदान से शुरू होकर कोर्ट कोट रोड, बीएनआर, एसबी गोरई रोड, नूरुद्दीन रोड होते हुए गारुई इस्कॉन मंदिर पहुंची। इस मौके पर बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित थे।इस मौके पर दया चंद्र निताई दास ने कहा कि आज भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और बलराम अपनी मौसी के घर से अपने घर लौट गए। उन्होंने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी धूमधाम से रथयात्रा मनाई गई। बीते 2 साल कोरोना के कारण इतने व्यापक तौर पर रथ यात्रा का उत्सव मनाया नहीं जा सका था। लेकिन इस साल पारंपरिक तौर पर रथयात्रा मनाई गई। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि आने वाले सालों में भी वह लोग इसी तरह इस पावन पर्व को मनाएंगे। उन्होंने सभी के स्वस्थ और सुरक्षित रहने की ईश्वर से कामना की।