आसनसोल । ट्रांसमीटो डेवलपमेंट फाउंडेशन नामक एक संस्था के प्रबंधक मो. नदीम और उनके साथियों पर गुरुवार दूसरे राज्य से आई महिलाओं द्वारा यह आरोप लगाया गया कि उन्होंने उक्त प्रोजेक्ट के नाम पर उन महिलाओं के जरिए लोगों से लाखों करोड़ों रुपए लिए, लेकिन जब पैसे लौटाने की बारी आई तब मो. नदीम और उनके साथी इनकार कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ से आई शबनम परवीन नामक महिला ने बताया कि वह भी मो. नदीम और उनके साथियों की चिकनी चुपड़ी बातों में आ गई थी और उन्होंने अपने इलाके में साधारण लोगों से पैसे लेकर इस कंपनी में जमा किया था। कंपनी के अधिकारियों मो. नदीम और अन्य लोगों ने वादा किया था कि इसके बदले में उन्हें बेहद बड़ी रकम वापस मिलेगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और आज यह हालत है कि जिन लोगों से उन्होंने पैसा लिया था। वह उनके घर पर आ रहे हैं और पैसे वापस मांग रहे हैं। शबनम परवीन ने कहा कि उनके पास पैसे नहीं है, लेकिन पैसे देने वाले लोग यह सुनने को राजी नहीं है और उनके साथ धक्का मुक्की भी की जा रही है। शबनम ने कहा कि वह आसनसोल आई है, क्योंकि ट्रांसमिटो डेवलपमेंट फाऊंडेशन का हेड ऑफिस आसनसोल के जुबली के पास है। लेकिन मो. नदीम उनसे मिलने को राजी नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ ज्यादा नहीं चाहिए। उन्होंने आम लोगों से जो पैसा लेकर कंपनी में जमा किया है। वह पैसा लौटा दें, ताकि वह अपने इलाके में सम्मान के साथ जी सके। वही सोनम नामक एक अन्य महिला जो झारखंड से आई है, उनकी भी कुछ ऐसे ही आप बीती थी। उन्होंने भी कहा कि वह भी मो. नदीम और उनके साथियों की बातों में आ गई और उन्होंने भी अपने ब्लॉक स्तर पर लोगों से पैसे लेकर कंपनी में जमा किया था। कंपनी की तरफ से उन्हें यह आश्वासन भी दिया गया था कि वह अगर ब्लॉक स्तर पर अच्छा काम करेंगे तो सरकारी नौकरी के दरवाजे भी खुल सकते हैं। सरकारी नौकरी तो दूर उन्होंने जो पैसा कंपनी में लोगों से लेकर जमा किया था। वह पैसा भी अब वापस नहीं मिल रहा है। जिस वजह से जिन लोगों ने वह पैसा उनके जरिए कंपनी में लगाया था। अब वह अपना पैसा वापस मांग रहे हैं। पैसा नहीं मिलने की स्थिति में पैसा लगाने वाले लोग उनके साथ बदतमीजी कर रहे हैं लोगों का सिर्फ इतना कहना है कि या तो यह महिलाएं उनके पैसे वापस करें या मोहम्मद नदीम को उनके सामने पेश करें लेकिन जब वह लोग आसनसोल आईं हैं तो मोहम्मद नदीम उनसे मिलने को भी तैयार नहीं है।