आसनसोल । आसनसोल रेलवे स्टेशन के सामने पार्किंग को लेकर मंगलवार विवाद खड़ा हो गया। आपका बता दें कि एक निजी संस्था डीपीएल एंटरप्राइज को यहां पर कर पार्किंग का टेंडर मिला है। लेकिन लोगों का कहना है कि यहां पर 1 घंटे के लिए 30 रुपया के हिसाब से पार्किंग चार्ज लिया जा रहा है। आज जब लोगों ने इसका विरोध किया तो यहां पर विवाद खड़ा हो गया। पार्किंग पर मौजूद एक व्यक्ति से पूछा गया तो उसने बताया कि उसे किसी ने भी नहीं कहा है कि 1 घंटे का 30 लेना है। 2 दिन से ही वह यहां पर पार्किंग चल रहा है। उसे लगा कि यह रेट सही है। इसलिए वह 1 घंटे का 30 ले रहा था। उसने कहा कि रेलवे द्वारा उसे कोई हिदायत या कितना चार्ज लेना है। इसके बारे में कुछ बताया नहीं गया था। लेकिन जब लोगों ने 1 घंटे में 30 रुपया के हिसाब से पार्किंग चार्ज की बात जानी तो यहां पर विवाद खड़ा हो गया। आसनसोल रेलवे स्टेशन के पार्किंग विवाद को लेकर श्रमिक नेता राजू अहलूवालिया ने कहा की आसनसोल रेलवे स्टेशन एक बहुत महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है। यहां पर रोज हजारों की संख्या में यात्री आते हैं और जरूरी काम से देश के विभिन्न प्रांतो में जाते हैं। लेकिन जो पार्किंग को लेकर मामला सामने आया है। वह आश्चर्यजनक है उन्होंने कहा कि 1 घंटे के लिए 30रुपया पार्किंग लिया जा रहा है, जो पूरे भारत में और कहीं पर भी किसी भी रेलवे स्टेशन में नहीं लिया जाता। उन्होंने कहा कि रेलवे एक तरफ विकास के दावे कर रही है, लेकिन दूसरी तरफ इस तरह से लोगों को लूटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन पर लोग चार चक्का गाड़ी लेकर आते हैं। ताकि अपने परिवार के लोगों को स्टेशन से घर ले जा सके। इसके अलावा कई लोग किसी बाहरी जगह पर इलाज के लिए जाते हैं और स्टेशन में गाड़ी खड़ी करके जाते हैं अगर 30 के हिसाब से पार्किंग देना पड़े तो पूरे दिन का चार्ज 720 रुपए होता है, जो किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत ज्यादा है। उन्होंने कहा कि रेलवे प्रशासन को इस बात का संज्ञान लेना होगा और इतना पार्किंग चार्ज नहीं लिया जा सकता। राजू अहलूवालिया ने साफ कहा की इसी से साफ नजर आता है कि रेलवे प्रशासन विकास की सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करती है। लेकिन उसका असली उद्देश्य सिर्फ लोगों को लूटना है। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ एफआईआर होना चाहिए।