बर्नपुर (भरत पासवान)। आईएसपी राजभाषा विभाग की ओर से प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी आईएसपी कर्मियों एवं उनके परिवार के सदस्यों को लेकर 25 मार्च को काव्य संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कुल 22 कवि एवं कवित्रियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) उमेन्द्र पाल सिंह एवं मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) जितेंद्र कुमार उपस्थित थे। प्रबंधन द्वारा यह निर्णय लिया गया था कि इस काव्य संध्या में जिनके द्वारा सर्वश्रेष्ठ रचना पढ़ी जाएगी उनको 28 मार्च को होने वाले अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में काव्य पाठ का मौका दिया जाएगा। कार्यक्रम में तीन निर्णायकों की एक मंडली बनाई गई थी जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अभय कुमार झा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर किशोरी महतो एवं गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग, हिंदी शिक्षण योजना के प्राध्यापक दीपक साव जी थे। काव्य पाठ के बाद निर्णायक मंडल द्वारा यह निर्णय दिया गया कि प्रियंका कुमारी धर्मपत्नी मनीष कुमार, सहायक महाप्रबंधक (एस एम एस) को सर्वश्रेष्ठ रचना पढने के लिए उन्हें चुना गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) यू पी सिंह द्वारा किया गया। इस संबंध में मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) जितेंद्र कुमार ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि प्रबंधन द्वारा लिए गए निर्णय सराहनीय है कि आई एस पी के किसी एक कार्मिक को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में मंच पर कविता पाठ करने का सुअवसर मिलेगा। मुख्य महाप्रबंधक महोदय द्वारा सभी प्रतिभागियों एवं निर्णायकों को उपहार प्रदान किया गया। राजभाषा विभाग के पूरे टीम का प्रयास सराहनीय रहा। राजभाषा अधिकारी सीएन पाठक द्वारा मंच संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम को विराम लगा।