बर्नपुर (भरत पासवान)। यूनिवर्सल सेक्शन मिल (यू.एस.एम.), सेल-आई.एस.पी. ने ‘मिशन वर्कशॉप’ नामक एक नई मानव संसाधन पहल शुरू की है, जिसे मुख्य महाप्रबंधक (यू.एस.एम.) हेमंत कुमार पाठक के नेतृत्व में संचालित किया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य कर्मचारियों की भागीदारी, नवाचार, परिचालन उत्कृष्टता और सतत सुधार को बढ़ावा देना है। यह मंच कर्मचारियों को नेतृत्व के साथ सीधे संवाद करने, चुनौतियों पर चर्चा करने और समाधान सुझाने का अवसर प्रदान करता है, जिससे खुला संचार और समस्या-समाधान को बढ़ावा मिलता है। पहले सत्र में ए और जी शिफ्ट के 45 कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और उत्पादन प्रदर्शन और कार्यस्थल दक्षता को बढ़ाने के लिए अपने बहुमूल्य सुझाव साझा किए। मुख्य महाप्रबंधक (यू.एस.एम.) ने विभागीय सीमाओं से परे सहयोगी सोच के महत्व को रेखांकित किया और उदाहरण प्रस्तुत किए कि कैसे सरल विचारों ने महत्वपूर्ण सुधारों को जन्म दिया। उन्होंने मार्च माह में 60,000 टन लक्ष्य को प्राप्त करने में टीम के प्रति विश्वास व्यक्त किया और वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 7.5 लाख टन का बड़ा लक्ष्य निर्धारित किया, जिससे टीम को यूएसएम की वार्षिक क्षमता 8.5 लाख टन तक बढ़ाने की दिशा में प्रेरित किया। इस अवसर पर सहायक महाप्रबंधक (यू.एस.एम.- ऑपरेशन) मोहम्मद इस्तेखार द्वारा यू.एस.एम. की व्यावसायिक उत्कृष्टता में भूमिका, प्रमुख प्रदर्शन संकेतक और उत्पादन प्रवृत्तियों पर एक प्रस्तुति दी गई। कर्मचारियों ने समूह चर्चाओं में भाग लिया, समस्याओं के समाधान सुझाए और अपनी सिफारिशें प्रस्तुत कीं। इस सत्र का समापन अनुभाग प्रमुख इरफान कादरी, उप-महाप्रबंधक (यू.एस.एम.- मैकेनिकल), धीरज प्रताप सिंह, उप-महाप्रबंधक (यू.एस.एम.- इलेक्ट्रिकल) और मोहम्मद इस्तेखार के विचारों के साथ हुआ। हालांकि यह सत्र शिफ्ट के बाद आयोजित किया गया, फिर भी कर्मचारियों ने इसे एक उपयोगी मंच माना, जहां वे अपनी चिंताओं को व्यक्त कर सकते हैं और सुधार के उपाय सुझा सकते हैं। इस कार्यशाला का सफल आयोजन मानव संसाधन- मिल्स विभाग द्वारा किया गया, जिसका संचालन प्रबंधक (मानव संसाधन -मिल्स) अंजलि राणा ने किया। इसमें सहायक प्रबंधक (मानव संसाधन -मिल्स) चैताली बल एवं एड्मिनिस्ट्रेटिव एसोशिएट (मानव संसाधन -मिल्स) संजय स्मार्ट ने सहयोग प्रदान किया। इसके अतिरिक्त, मानव संसाधन -एल एंड डी विभाग ने स्टेशनरी और जलपान की व्यवस्था में बैकेंड समर्थन प्रदान किया। मुख्य महाप्रबंधक (यू.एस.एम.) ने कार्यशाला को चरणबद्ध तरीके से विस्तारित करने की योजना की घोषणा की, जिसमें मिल-स्तरीय चर्चा से आगे बढ़कर सेक्शन-स्तरीय, अंतर-सेक्शन और अंतर-विभागीय चर्चाओं तक इसका विस्तार किया जाएगा। उन्होंने इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए मानव संसाधन विभाग की सराहना की और सभी प्रतिभागियों को उनके बहुमूल्य योगदान के लिए धन्यवाद दिया। सतत सुधार की प्रतिबद्धता के साथ, मिशन वर्कशॉप एक परिवर्तनकारी यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है, जो कर्मचारियों की क्षमताओं को उजागर करते हुए यू.एस.एम. की उत्पादन और गुणवत्ता लक्ष्यों के साथ तालमेल बिठाने की दिशा में अग्रसर है।