कोलकाता । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में थे। यहां उन्होंने एक जनसभा में राज्य की टीएमसी सरकार पर जमकर निशाना साधा। पीएम नरेंद्र मोदी ने कुछ समय पहले मुर्शिदाबाद में हुई हिंसक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वहां घर जलते रहे और पुलिस तमाशा देखती रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुर्शिदाबाद और मालदा में मालदा में जो कुछ हुआ, वो टीएमसी सरकार की निर्ममता का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता को अब टीएमसी सरकार के सिस्टम पर भरोसा नहीं है। यहां की जनता के पास अब सिर्फ कोर्ट का ही आसरा है। इसलिए पूरा बंगाल कह रहा है – बंगाल में मची चीख-पुकार, नहीं चाहिए निर्मम सरकार!
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में भारत नए सामर्थ्य के साथ समृद्धि की नई गाथा लिख रहा है। आज देश का हर नागरिक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए दिनरात जुटा है। विकसित भारत बनाने के लिए पश्चिम बंगाल का भी विकसित होना बहुत जरूरी है। इसलिए पश्चिम बंगाल को भी नई ऊर्जा के साथ जुटना है।
उन्होंने कहा कि बंगाल को फिर उसी भूमिका में आना होगा, जो कभी यहां की पहचान थी। इसके लिए जरूरी है कि पश्चिम बंगाल फिर से ज्ञान का, ज्ञान-विज्ञान का केंद्र बनें। बंगाल मेक इन इंडिया का एक बहुत बड़ा सेंटर बने। बंगाल अपनी विरासत पर गर्व करते हुए, उसे संरक्षित करते हुए तेज गति से आगे बढ़े।
पीएम ने दावा किया कि आज पश्चिम बंगाल एक साथ कई संकटों से घिरा हुआ है। एक संकट समाज में फैली हिंसा और अराजकता का है।
दूसरा संकट माताओं बहनों को असुरक्षा का है, उनके साथ हो रहे जघन्य अपराधों का है। तीसरा संकट नौजवानों में फैल रही घोर निराशा का है, बेतहाशा बेरोजगारी का है। चौथा संकट घनघोर करप्शन
का है, यहां के सिस्टम पर लगातार कम होते जन-विश्वास का है। पांचवां संकट गरीबों का हक छिनने वाली सत्ताधारी पार्टी की स्वार्थी राजनीति का है।
अपनी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि आज देशभर में 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों को 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। मैं तो चाहता हूं कि पश्चिम बंगाल में भी 70 वर्ष से ऊपर के सभी बुजुर्गों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिले। लेकिन टीएमसी सरकार ये नहीं करने दे रही है।