एसटीएफ ने अवैध हथियार फैक्ट्री पर छापा मारकर पांच लोगों को गिरफ्तार किया
कोलकाता में कई हथियार मामलों की जांच के लिए धनबाद में छापेमारी
आसनसोल। पड़ोसी राज्य झारखंड के धनबाद में एक घर में अवैध हथियार फैक्ट्री चल रही थी। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने बुधवार को वहां छापा मारा और भारी मात्रा में आग्नेयास्त्र, कारतूस और हथियार बनाने के उपकरण जब्त किए। पश्चिम बंगाल एसटीएफ और कोलकाता पुलिस तथा झारखंड एसटीएफ और धनबाद के महुदा थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में हथियार फैक्ट्री के मालिकों में से एक मुर्शीद अंसारी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुर्शिद धनबाद के महुदा इलाके में सिंगार बस्ती के पास अपने घर में हथियार फैक्ट्री चला रहा था। खबर मिलते ही कोलकाता पुलिस और एसटीएफ की एक टीम धनबाद के लिए रवाना हो गयी। बुधवार दोपहर से देर रात तक घर पर छापेमारी की गई और 7.65 मिमी के चार आधुनिक आग्नेयास्त्र, 7.65 मिमी के 10 अर्ध-निर्मित आग्नेयास्त्र, सात मैगजीन, 22 अर्ध-निर्मित मैगजीन और 7.65 मिमी के नौ कारतूस जब्त किए गए। साथ ही दो ड्रिल मशीन, एक पीसने और चमकाने वाली मशीन तथा भारी मात्रा में आग्नेयास्त्र बनाने के उपकरण जब्त किए गए। धनबाद जिले के उस क्षेत्र के प्रभारी डीएसपी पुरुषोत्तम कुमार सिंह ने गुरुवार की दोपहर उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “कोलकाता में आग्नेयास्त्र संबंधी कई मामलों की जांच करते समय, पश्चिम बंगाल एसटीएफ को धनबाद के महुदा में एक हथियार निर्माण कारखाने के बारे में जानकारी मिली।” इसके बाद हमने कई स्थानीय पुलिस थानों के अधिकारियों के साथ मिलकर बुधवार दोपहर से देर रात तक हथियार फैक्ट्री की संयुक्त तलाशी ली। डीएसपी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ की जाएगी ताकि पता लगाया जा सके कि हथियारों के इस व्यापार में और कौन शामिल है तथा हथियार बनाने के लिए कच्चा माल किसने उपलब्ध कराया।” “हम यह भी पता लगाने की कोशिश करेंगे कि ये आग्नेयास्त्र किसके माध्यम से और कहां पहुंचे।” सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार मुर्शीद अंसारी की पत्नी ने पुलिस को बताया कि कुल्टी के रहने वाला अर्श मोहम्मद नामक व्यक्ति उसके पति से मिलने आता था। वह व्यक्ति ही था जो यहां आग्नेयास्त्र बनाने के लिए कच्चा माल उपलब्ध कराता था। पुलिस जांच में जुट गई है। उस हथियार फैक्ट्री के बगल में मुर्शिद अंसारी का घर गली के उस पार करीब चार किलोमीटर दूर पर है। उस घर के पीछे एक कमरे में हथियारों की फैक्ट्री चल रही थी। वहां मुर्शिद समेत चार अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनके नाम मोहम्मद सब्बीर, मोहम्मद मुस्तफा, मोहम्मद मिस्टर और मोहम्मद परवेज हैं। सभी मुंगेर, बिहार के निवासी हैं। झारखंड पुलिस के अलावा इस ऑपरेशन का नेतृत्व पश्चिम बंगाल एसटीएफ अधिकारी सप्तर्षि बसु ने किया।
अर्श मुहम्मद कौन है?
कुल्टी थाना के प्रभारी निरीक्षक कृष्णेंदु दत्ता ने बताया कि 2021 में बराकर चेकपोस्ट पर एक व्यक्ति को अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया था। उस सुराग के आधार पर अर्श को ढूंढ लिया गया। उस समय केंदुआ बाजार और शकटरिया स्थित परिवार के दो घरों की तलाशी के दौरान बड़ी संख्या में आग्नेयास्त्र और कारतूस बरामद किए गए थे। फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। घटना की जांच कर रही पुलिस ने बिहार और उत्तर प्रदेश से कई और लोगों को गिरफ्तार किया है। आसनसोल सुधार गृह में ढाई साल बिताने के बाद अर्श को उच्च न्यायालय से जमानत पर रिहा कर दिया गया था।