जामुड़िया में टीएमसी और वामफ्रंट में सीधी टक्कर – तापस कवि
जामुड़िया । जामुड़िया को कभी लाल दुर्ग कहा जाता था यहां 44 सालों तक वाम शासन रहा मगर बीते विधानसभा चुनाव में यहां से वामफ्रंट के उम्मीदवार को हार झेलनी पड़ी थी। इस बार के नगर निगम चुनाव में जीत कों लेकर जामुड़िया में एक बार फिर से वामपंथी पुरजोर कोशिश कर रहे हैं कि वह अपनी खोई हुई जमीन को फिर से वापस पा सकें। इसी क्रम में माकपा की ओर से एक संवाददाता सम्मेलन किया गया। जहां तापस कवि और मनोज दत्ता पत्रकारों से रूबरू हुए उन्होंने कहा कि यहां भाजपा के आ जाने से सबसे ज्यादा नुकसान वामपंथियों को हुआ है। वामपंथियों के वोट का एक बड़ा हिस्सा भाजपा की तरफ चला गया था। लेकिन अब हालात वैसे नहीं है अब लोगों को समझ में आ गया है कि भाजपा ने लोगों को सिर्फ बरगलाया व धोखा दिया। इसमें उन्होंने मीडिया को भी जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि मीडिया में जिस तरह से भाजपा के झूठ को हवा दी गई थी कि बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा को 200 से
ज्यादा सीटें मिलेगी। इससे प्रभावित होकर कई लोगों ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया था। उन्होंने कहा कि इस बार भाजपा यहां पर कोई प्रभाव नहीं डाल पाएगी। इस बार नगर निगम चुनाव में जामुड़िया में टीएमसी और वामफ्रंट में सीधी टक्कर है। मनोज दत्ता ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तृणमूल चुनाव के दौरान अशांति पैदा करने के लिए नगरपालिका चुनाव से पहले बाहरी असामाजिक तत्वों को ला रहे है। उन्होंने कहा कि 106 में से 104 सीटें संवेदनशील है। उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष और स्वच्छ चुनाव करवाने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि आम जनता मतदान केंद्रों तक नहीं पहुंच पाते हैं और वोट लूटने का फायदा तृणमूल कांग्रेस को होता है। यदि तृणमूल कांग्रेस के बदमाशों ने आम मतदाताओं को मतदान में जाने की अनुमति दी तो सीपीआई (एम) जामुड़िया में भारी जीत हासिल करेगी। क्योंकि लोगों ने बर्तमान में सत्ताधारी दल में काफी भ्रष्टाचार देखा है। वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि बीते छह सालों में जामुड़िया में कोई विकास नहीं हुआ है। यहां तक कि वामफ्रंट के जमाने में विकास के जो कार्य किए गए थे वह भी रखरखाव के अभाव में ध्वस्त हो रहे है।
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