भाजपा बंगाली विरोधी पार्टी है, इस भाजपा छोड़कर तृणमूल में हुए शामिल – बाबुल सुप्रियो
पांडवेश्वर । पुराने सोनपुर गांव के निवासियों को हरिपुर कोलियरी के पास इलाके में पुनर्वासन दिया गया है। इस क्षेत्र का नाम नया सोनपुर गांव रखा गया। कुछ दिन पहले गांव के देवताओं को पुराने स्थान से नए स्थान पर लाकर गांव की स्थापना की गई। इसे लेकर नए गांव में एक सप्ताह व्यापी धार्मिक कार्यक्रम आयोजित की गई। जिसमें समस्त आदि देवी देवताओं का प्राण प्रतिष्ठा किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आसनसोल के पूर्व सांसद सह बालीगंज विधानसभा के तृणमूल कांग्रेस विधायक बाबुल सुप्रिया, पांडवेश्वर के विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती सहित अन्य मौजूद थे। इस अवसर पर बाबुल सुप्रिया ने कहा कि आसनसोल लोकसभा सीट जीत कर वह दो बार सांसद बने। यहां के लोगों ने मुझे वोट दिया, बीजेपी को नहीं। इसलिए उपचुनाव से पहले मैंने कहा था कि इस बार आसनसोल में बीजेपी नहीं जीतेगी। बीजेपी इस बार रिकॉर्ड वोट से हार गई है। इसे साबित होता है कि लोगों ने मुझे वोट दिया बीजेपी को नहीं। वहीं बाबुल सुप्रियो ने यह भी कहा कि भाजपा एक बंगाली विरोधी पार्टी है। इसलिए वह भाजपा छोड़ी ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस ने उन्हें नए सिरे से काम करने का मौका दिया है। इसलिए वह तृणमूल का ऋणी है। उन्होंने कहा विधायक बाबुल सुप्रियो ने अभी तक शपथ नहीं ली है। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि मेरे ट्रेन टिकट की रिजर्व हो गया है। ट्रेन लेट चल रही है। लेकिन वह मंजिल तक पहुंच जाऊंगा। राज्यपाल के बारे में सवालों से बचते हुए उन्होंने कहा, “मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहना है।” बड़ों की तो बात ही छोड़िए, बच्चों को भी पता है कि वह ऐसा व्यवहार क्यों कर रहा है। पांडवेश्वर के विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने बाबुल सुप्रिया के बारे में कहा कि बाबुल इतने लंबे समय से दूसरी पार्टी में थे, लेकिन बाबुल एक बढ़िया और सच्चा बंगाली है। आदमी भी इमानदार है। अब से हम कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे, कार्यक्रम के दौरान शीला पट का अनावरण और पौधा रोपन कार्यक्रम भी दोनों विधायक ने अपने शुभ हांथों किऐ।इस कार्यक्रम को सफल बनाने में निताई मंडल, वीरबाहादुर सिंह, किशोर चक्रबर्ती, सोमनाथ मंडल तथा समस्त ग्राम वासी मौजूद रहे।