आज का पंचांग, 21 मई 2022: आज करें शनि देव की पूजा, जानें शुभ-अशुभ समय एवं राहुकाल
दिल्ली । आज ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि है। आज शनिवार को शनि देव की पूजा करने से साढेसाती और ढैय्या में राहत मिलती है। शनि देव लोगों को कर्मों के अनुसार ही फल प्रदान करते हैं। जब किसी पर शनि का प्रभाव होता है, तो सबसे पहले उसकी बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है। वह अच्छे और बुरे में फर्क करना भूल जाता है। शराब, जुआ, चोरी, व्यभिचार, कोर्ट कचहर आदि मामलों में उलझ जाता है। ऐसे में लोगों को शनि देव की पूजा कर उनसे इस विपदा की घड़ी से उबारने की प्रार्थना करनी चाहिए। शनि देव किसी के साथ अन्याय नहीं होने देते हैं, इसलिए उनको न्याय का देवता भी कहते हैं। शनिवार को शनि देव को नीले फूल, काला तिल, सरसों का तेल आदि चढ़ाया जाता है।पूजा के समय शनि चालीसा, शनि स्तोत्र का पाठ और शनि देव की आरती करनी चाहिए। जो लोग शनिवार का व्रत रखते हैं, उनसे भी शनि देव प्रसन्न होते हैं और कुंडली में शनि की स्थिति अच्छी होती है। शनि दोष दूर होता है। इस दिन शनि के बीज मंत्र का जाप करना चाहिए. यदि आप गरीब, जरूरतमंद लोगों की मदद करते हैं, भोजन कराते हैं, बीमारों की सेवा करते हैं, तो भी आप पर शनि देव प्रसन्न रहते हैं। शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार को लोहा, स्टील, जूता, चप्पल, तिल, सरसों का तेल, शनि चालीसा आदि का दान कर सकते हैं। शनि देव जिन पर प्रसन्न होते हैं, उनका कभी अहित नहीं होता है। आइए पंचांग से जानें आज का शुभ और अशुभ मुहूर्त और जानें कैसी होगी आज ग्रहों की चाल………
21 मई 2022 का पंचांग
आज की तिथि – ज्येष्ठ कृष्णपक्ष षष्ठी
आज का करण – वणिज
आज का नक्षत्र – श्रवण
आज का योग – शुक्ल
आज का पक्ष – कृष्ण
आज का वार – शनिवार
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय – 05:56:00
सूर्यास्त – 07:15:00
चन्द्रोदय – 24:38:59
चन्द्रास्त – 10:24:59
चन्द्र राशि– मकर
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत – 1944
शुभकृतविक्रम सम्वत – 2079
काली सम्वत – 5123
दिन काल – 13:40:40
मास अमांत – वैशाख
मास पूर्णिमांत – ज्येष्ठ
शुभ समय – 11:50:25 से 12:45:08 तक
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)
दुष्टमुहूर्त– 05:27:26 से 06:22:09 तक, 06:22:09 से 07:16:52 तक
कुलिक– 06:22:09 से 07:16:52 तक
कंटक– 11:50:25 से 12:45:08 तक
राहु काल– 09:16 से 10:56 तक
कालवेला/अर्द्धयाम– 13:39:50 से 14:34:33 तकयमघण्ट– 15:29:16 से 16:23:58 तक
यमगण्ड– 14:00:21 से 15:42:56 तक
गुलिक काल– 05:56 से 07:36 तक