आसनसोल(भरत पासवान)। बर्नपुर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने पश्चिम बर्दवान के जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर सिख समुदाय पर बढ़ते अत्याचार की कड़ी निंदा करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की। साथ ही इस पत्र की प्रति केंद्रीय गृह मंत्री, पंजाब के मुख्यमंत्री एवं अकल तख्त के जत्थेदार को भेजी है। जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने के पश्चात पत्रकारों को जानकारी देते हुए बर्नपुर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सचिव सुरेन्द्र सिंह अत्तू ने बताया कि देश के विभिन्न राज्यों के साथ विशेष रूप से भाजपा-शासित राज्यों जैसे कि दिल्ली, मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के अलावे पंजाब में भी सिखों के विरुद्ध हिंसा और अपमान की घटनाएं बढ़ रही हैं। कुछ हालिया घटनाएं जो हमारे समुदाय को झकझोर कर रख दी हैं। पंजाब के मुक्तसर में शिवसेना के सदस्यों द्वारा एक सिख युवक को बेरहमी से पीटना और सार्वजनिक रूप से उसकी पगड़ी का अपमान करना , यह हमारे लिए अत्यंत पीड़ादायक और अस्वीकार्य है। वहीं मध्य प्रदेश में एक विकलांग सिख अल्पसंख्यक बच्चे के साथ एक डॉक्टर द्वारा क्रूरता की गई। वहीं बीते 12 जून को कोलकाता में भाजपा के राज्य अध्यक्ष एवं केंद्रीय सदस्य सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में प्रदर्शन के दौरान जब उन्हें पुलिस द्वारा वाहन में बैठाया जा रहा था, उस समय उनके हाथ में एक चप्पल का मॉडल था, जिसे उन्होंने वहीं मौजूद एक सिख सुरक्षा गार्ड की पगड़ी पर फेंक दिया। यह घटना न केवल घोर अपमानजनक है, बल्कि सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं का भी गंभीर उल्लंघन है। सिख समुदाय पर बढ़ते अत्याचार, अपराधियों घटनाओं पर केंद्र सरकार संज्ञान लेकर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करे। इसके साथ देश के प्रत्येक राज्य में सिखों की सुरक्षा एवं सम्मान की गारंटी सुनिश्चित की जाए। सिखों पर या उनकी धार्मिक पहचान पर हमला करने वालों के खिलाफ तत्काल, सख्त और सार्वजनिक कार्रवाई की जाए तथा एक राष्ट्रीय स्तर की निगरानी प्रणाली बनाई जाए, जो सिख विरोधी घृणा अपराधों और सांप्रदायिक घटनाओं पर निगरानी रखे और उन्हें रोके। इस दौरान बर्नपुर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों में दिलीप सिंह कुंदन सिंह जसविंदर सिंह गुरविंदर सिंह कुलवंत सिंह सुरजीत सिंह, सचिव सुरेंद्र सिंह सहित अन्य मौजूद थे।