न्यूरो थेरेपी केंद्र आरोग्य धाम ने लगाया नि:शुल्क न्यूरो थेरेपी शिविर
आसनसोल । रविवार को आसनसोल के जीटी रोड स्थित महावीर स्थान मंदिर परिसर में लाजपत राय मेहरा न्यूरो थेरेपी रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट द्वारा एक नि:शुल्क न्यूरो थेरेपी शिविर लगाया गया। इस संदर्भ में जानकारी देते हुए दुर्गापुर से आए न्यूरो थैरेपिस्ट डॉ. सुकुमार सिंहराय ने बताया कि आसनसोल के महावीर स्थान मंदिर परिसर में एकदिवसीय नि:शुल्क न्यूरो थेरेपी शिविर का आयोजन किया गया। जहां 70 लोगों का इलाज किया गया। उन्होंने बताया कि इनमें कई तरह के क्रॉनिक मरीज भी आए थे। जिनमें कमर दर्द गर्दन दर्द वर्टिगो की बीमारी से जूझ रहे मरीज आए थे। उन्होंने बताया कि एक बुजुर्ग व्यक्ति की आंखों में समस्या थी। न्यूरोथेरेपी के जरिए उनकी आंख भी अब थोड़ी सी खुली है और उनको थोड़ी राहत मिली है। उन्होंने बताया कि महावीर स्थान मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों की इच्छा है कि यह शिविर सिर्फ 1 दिन नहीं नियमित अंतराल पर यहां लगाया जाए। उन्होंने कहा कि इस बारे में वह भी विचार विमर्श कर रहे हैं और संभवत बहुत जल्द महीने में एक बार आखिरी शनिवार या रविवार के दिन यहां इस तरह के शिविर लगाए जा सकते हैं। न्यूरो थेरेपी के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. सिंहराय ने बताया कि इस इलाज के पद्धति में बिना दवा या मशीन के लोगों का इलाज किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस पद्धति के जरिए हर प्रकार के क्रॉनिक बीमारियों का इलाज किया जाता है। डॉ. सिंह राय ने बताया कि आज की तारीख में हर कोई दवा खा खा कर परेशान है। उन्होंने स्वीकार किया है कि कुछ बीमारियों में दवा खाने की जरूरत पड़ती है। लेकिन उन्होंने दावा किया कि ऐसी बहुत सी बीमारियां हैं जिन का इलाज बिना दवा या किसी अन्य चिकित्सकीय मशीन के जरिए किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि डॉ. एल मेहरा न्यूरो थेरेपी केंद्र की तरफ से पूरे भारत और दुनिया में इस तरह से बिना दवा या किसी मशीन का उपयोग किए लोगों का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उनके संस्था के केंद्र दिल्ली मुंबई दुर्गापुर में है। उन्होंने जानकारी दी कि दुर्गापुर में डॉ. एल मेहरा न्यूरो थेरेपी केंद्र बीते 22 साल से लोगों को राहत पहुंचा रहा है। आसनसोल के मुर्गाशाल में भी बीते 2 सालों से इस पद्धति से लोगों का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने सभी लोगों से आग्रह किया कि वह कम से कम एक बार इसे चिकित्सकीय पद्धति को अपनाएं। उन्होंने कहा कि इसमें कोई पार्श्व प्रतिक्रिया नहीं है। ऐसे में अगर वह एक बार इस पद्धति को अपनाते हैं तो उनको कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा अगर उनको लगता है कि इस पद्धति से उनको फायदा पहुंच रहा है तो वह दूसरी बार आए और अगर उनको लगता है कि नहीं इससे उनको फायदा नहीं हो रहा है तो न आए। लेकिन उन्होंने सबसे कम से कम एक बार इस पद्धति को आजमाने की अपील की उन्होंने बताया कि वह दुर्गापुर के न्यूरो थेरेपी केंद्र आरोग्य धाम से आए हैं आरोग्यधाम की कई शाखाएं हैं जो विभिन्न शहरों में सक्रिय हैं। इस मौके पर महावीर स्थान सेवा समिति के सचिव अरुण शर्मा, जगदीश शर्मा, अभिषेक बर्मन, न्यूरो थेरेपी केंद्र आरोग्य धाम के रोनित पॉल, अभिजीत मंडल, रतुल मित्रा, ध्रुवज्योति हलदर मुख्य रूप से उपस्थित थे।