दुर्घटना में बंदर की मौत, बंदरों के झुंड उसे घेर कर मनाया मातम
अंडाल। आपसी सद्भाव और अपने दोस्त के लिए स्नेह यह सब भावनाएं इंसान सोचता है की सिर्फ उसी में है। लेकिन हृदय की यह कोमल भावनाएं हर प्राणी में होती है। गुरुवार उखड़ा के श्यामसुंदरपुर में इसकी एक बानगी दिखी। यहां एक तेज रफ्तार वाहन ने एक बंदर को जोरदार टक्कर मार दी। लोगों ने बताया कि यह बंदर अपने बच्चे के साथ रास्ता पर कर रहा था। जब यह दुर्घटना हुआ। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बंदर को घटना स्थल पर ही मौत हो गई। आसपास के लोग इस घटना से विचलित हो गए। लेकिन उनके लिए हैरान होना अभी बाकी था। देखते ही देखते बंदरों का एक विशाल झुंड उस मृत बंदर के पास आ गया और उसे टटोलने लगा। ऐसा लग रहा था मानों यह बंदर यह जानने को कोशिश कर रहे थे कि इस बंदर में अभी भी प्राण हैं या नहीं। इतना ही नहीं जब कोई इंसान बंदर के शव को रास्ते से हटाने की कोशिश करने जाते तो बंदर उस इंसान को दूर भगा देते। उनके कुनबे के एक सदस्य की मौत पर सभी मातम मना रहे थे। चूंकि इंसान की वजह से उसकी मौत हुई थी। इसलिए किसी भी इंसान को उसके पास फटकने नहीं देना चाहते थे। हालाकि आखिरकार कुछ स्थानीय लोगों की मदद से बंदर के शव को सड़क से हटाया गया और पूरे विधि विधान के साथ बंदर का अंतिम संस्कार किया गया। इस बारे में एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि एक बंदर जब रास्ता पार कर रहा था तो उसे एक गाड़ी ने टक्कर मार दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
उसके साथ एक छोटा बंदर भी था। दुर्घना के बाद बंदरों का झुंड आ गया और मृत बंदर को घेरकर शोक जताने लगे। बच्चा को अपने गोदी में बैठकर उसे प्यार करते नजर भी आए। कौन कहता है की जानवर में इंसानियत नहीं होती है। बंदरों का झुड देकर सभी को पता चल जायेगा कि जानवरों में इंसान की तरह इंसानियत जिंदा है।