विधायक अग्निमित्रा पाल पर चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का लगा आरोप
रानीगंज । आसनसोल दक्षिण की भाजपा विधायक अग्निमित्रा पाल पर चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। इसे लेकर तृणमूल कार्यकर्ताओं ने शनिवार निमचाफांड़ी के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया और कार्रवाई की मांग की। तृणमूल नेता बिनोद नोनिया ने कहा कि भाजपा विधायक के नेतृत्व में शुक्रवार जमुआ पंचायत इलाके में बिना अनुमति के एक बाइक रैली निकाली जिसमें बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे। विधायक पर आरोप लगाया गया कि वह चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए उनकी गाड़ी में लगे सायरन को बजाते हुए इलाके में चुनाव प्रचार की। इन सभी आरोपों का भाजपा विधायक ने खंडन किया। वहीं इस मुद्दे पर तृणमूल प्रदेश सचिव वी शिवदासन दासु ने कहा कि आसनसोल दक्षिण के विधायक अग्निमित्रा पाल ने बिना अनुमति के जेके नगर के जेमारी इलाके में निकली एक बाइक रैली का नेतृत्व दिया। प्रशासन इस पर जो भी कार्यवाई करेगी। इसके बारे में उनको कुछ नहीं कहना है। लेकिन उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि उनके पास जनाधार नहीं है। प्रत्याशी बनने के लिए लोग नहीं है और वह टीएमसी पर झूठा इल्जाम लगा रहे हैं कि टीएमसी भाजपा प्रत्याशियों को डरा धमका रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा से ज्यादा तो सीपीएम ने नामांकन किया है। उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने के लिए संगठन की जरूरत होती है जो भाजपा के पास नहीं है। दासू का कहा कि बीते लोकसभा चुनाव मे बंगाल में भाजपा को जो कामयाबी हासिल हुई थी। वह सीपीएम की वजह से हुई थी। क्योंकि सीपीएम ने अपना वोट भाजपा को ट्रांसफर कर दिया था। क्योंकि उन्हें लगा था कि किसी भी कीमत पर टीएमसी को हराना है। उस वक्त सीपीएम उस स्थिति में नहीं थी कि वह टीएमसी को हरा सके। लोकसभा में इतनी बड़ी सफलता पाने के बाद भाजपा मुंगेरीलाल के सपने देखने लगी। उन्हें लगा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में वह सरकार बना लेंगे। लेकिन लगातार तीसरी बार इस प्रदेश की जनता ने ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी को आशीर्वाद दिया क्योंकि ममता बनर्जी ने सही मायने में लोगों के लिए काम किया है।