आसनसोल के सात अपराधी झारखंड के निरसा में गिरफ्तार
आसनसोल । आसनसोल के सात अपराधियों को झारखंड के धनबाद जिला की निरसा थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया। इनके कार पर स्टेट चीफ कनवेनर और डिस्ट्रिक्ट इंचार्ज बर्दवान (क्राइम एंड विजिलेंस सेल) पश्चिम बंगाल (एसीएफआइ) व सेंट्रल विजिलेंस कमीशन का बोर्ड लगा था। आरोप है कि यह लोग राष्ट्रीय राजमार्ग पर फर्जी अधिकारी बनकर ट्रक चालकों के साथ लूटपाट करते थे। गिरफ्तार किये गये आरोपियों में आसनसोल रेलपाल दक्षिण धादका का रोहित कुमार सिंह, इस्माइल रायपाड़ा का तुषारप्रीत बर्नवाल, अनुराग बर्नवाल, कालीपहाड़ी का बॉबी पासवान, उषाग्राम का अभिषेक सिंह और अरिष्टो मंडल तथा अंडाल का नितेश श्रीवास्तव शामिल है। पुलिस ने इनके पास से एक पिस्तौल, चार आइफोन, छह 6 एंड्रायड मोबाइल जब्त किया है। सोशल जस्टिस फॉर सिविल राइटस काउंसिल के आईडी कार्ड, एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के आईडी कार्ड, चाकू, नकाब, दो कार जब्त किये हैं। कार में राजनीतिक दल का झंडा भी था। पुलिस का दावा है कि इनलोगों ने अपने उपर लगे आरोपों को स्वीकार किया है। इन कोर्ट में पेश कर सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दियागया। कोलकाता से सोमवार को रेडीमेड कपड़ा लेकर एक ट्रक आरा जा रहा था। दो कार में सवार सात आरोपियों ने इस ट्रक को निरसा थाना के मुगमा मोड़ के पास लाठी लेकर रोकने का प्रयास किया। ट्रक चालक नहीं रुका. तो ट्रक का पीछा कर निरसा के गोपालगंज में ट्रक को घेरकर चालक प्रमोद कुमार पासवान, खलासी जितेंद्र साह और ट्रक में सवार मुन्ना सिंह को पहले बुरी तरह से पीटा। इसके बाद खुद को आईबी अधिकारी बताकर 50 हजार रपये मांगे। 5 हजार देकर मामले को सलटाने को कहा तो यह लोग नहीं माने। इसके बाद चालक ने बक्सर के अजय सिंह से फोन पर बता कराई और फोनपे पर 5 हजार रुपये दिये। उन्होंने इसकी सूचना निरसा पुलिस को भी दी। जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर इन्हें गिरफ्तार किया। सूत्रों के है कि सभी आरोपी अच्छे परिवार से हैं। सभी शिक्षित हैं। वही रोहित तो अरब से पढ़ाई कर लौटा है। उनके परिजन खबर पाकर थाने में पहुंचे। इनके कारनामों से वह भी सकते में है। वहीं आसनसोल – दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट भी इनकी कुंडली खंगाल रही है।