अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा पर आसनसोल हुआ राममय
आसनसोल । सोमवार रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा को पूरे देश जहां रामलला उत्सव हर्षो उल्लास के साथ माना रहा। वहीं इसे लेकर शिल्पांचल के मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया था। सुबह से ही श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए मंदिरों में पहुंचे। आसनसोल जीटी रोड बड़ा पोस्ट ऑफिस के पास स्थित श्रीश्री 1008 सिद्धपीठ संकटमोचन मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ था सुबह से ही महावीर स्थान मंदिर में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया कई जोड़े पूजा अर्चना में लीन थे। वहीं महावीर स्थान कमेटी की तरफ से पूजा अर्चना, भजन कीर्तन सहित विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया।महाबीर स्थान को पूरी लाइट और श्रीराम के झंडों द्वारा सजाया गया है। शाम को पूरे मंदिर को दीपक से सजाया गया। दीया की रंगोली बनाई गई। श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण किया गया। वहीं आसनसोल राहा लेन स्थित श्याम मंदिर को राम, ध्वजा और लाइट से सजाया गया, सोमवार सुबह से ज्योति पाठ, सुंदर कांड और कीर्तन की गई। श्याम मंदिर हरिराम कीर्तन किया गया। 5100 दीया से पूरे मंदिर को सजाया गया और प्रसाद वितरित किया गया। वहीं आसनसोल जीटी रोड के नुरूद्दीन मोड़ स्थित तालपोखरिया शनि मंदिर को राम के ध्वजा से सजागया। शाम में दीया जलाकर मंदिर को जगमाया गया। दूसरी ओर मां घाघर बूढ़ी मंदिर परिसर में राम मंदिर में सुबह से पूजा अर्चना हुई। शाम को 2100 दीया से रंगोली बनाई गई। शाम के मनमोहक दृश्य देखने लोगों की भीड़ जुटी थी। इसके अलावा आसनसोल के सभी मंदिरों को रंग बिरंगी लाइट से सजाया गया था। पूरा आसनसोल राममय हो गया था। प्रत्येक गली मोहल्ला में राम की भक्तिमय गीत पूरा दिनभर गूंजता रहा। इसके अलावा बहुत से मंदिरों से सुबह में शोभायात्रा और कलश यात्रा भी निकाली गई थी। वहीं आसनसोल के बस्तिन बाजार स्थित दुर्गा मंदिर में प्रसाद वितरण और दीया जलाने का स्थानीय प्रशासन की ओर से अनुमति नहीं दी गई। इसे लेकर कोई आवाज नहीं उठाया। आसनसोल के सभी मंदिरों में सुबह से पूजा पाठ, हवन, सभी कार्य हुई मगर बस्तिन बाजार दुर्गा मंदिर में कोई कार्यक्रम नहीं हुआ। प्रशासन की ओर से इस मंदिर में साल में सिर्फ तीन ही पूजा करने का निर्देश दिया गया है।