जिला अस्पताल में दुष्कर्म के शिकार हुई किशोरी की इलाज में हो रही है लापरवाही, हंगामा
आसनसोल । नियामतपुर फाड़ी अंतर्गत चीनाकुड़ी इलाके की रहने वाली एक नाबालिक से पांच युवकों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगा था। यह घटना 10 फरवरी की है। उसके बाद 11 फरवरी को किशोरी अपने घर वापस आई और उसने अपने ऊपर हुए नरकीय अत्याचार की कहानी अपने परिवार वालों को सुनाई। इसके बाद नियामतपुर फांड़ी में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी। दूसरी तरफ उसे किशोरी की तबीयत खराब होने की वजह से उसे आसनसोल जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। परिवार वालों का आरोप है कि जिला अस्पताल में उस किशोरी के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। उसे मानसिक रूप से पीड़ा पहुंचाई जा रही है। उसे ऐसे ऐसे सवाल पूछे जा रहे हैं जिससे वह और ज्यादा बीमार हो जाए। परिवार वालों का यह भी आरोप है कि किशोरी के परिवार को 10 लाख रुपए का प्रस्ताव दिया गया है। ताकि वह मामला वापस उठा ले, वरना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे। शनिवार इस मुद्दे को लेकर पीड़ित किशोरी के परिजन और अन्य स्थानीय लोग आसनसोल जिला अस्पताल के सुपरिंटेंडेंट डॉ. निखिल चंद्र दास से मिले और उनसे किशोरी के बेहतर इलाज और सुरक्षा की मांग की। डॉ. निखिल चंद्र दास ने उनको आश्वस्त किया की किशोरी का अच्छे से इलाज होगा। वहीं दूसरी तरफ परिजनों ने इस बात पर भी अपनी नाराजगी जताई कि घटना के कितने दिन बीत जाने के बाद भी उन पांच आरोपियों में से किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। ऊपर से लड़की के परिवार वालों को धमकाया और डराया जा रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि तुरंत आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए।