श्रीविष्णु महायज्ञ में पं.आर्यगिरि ने शंख बजाकर “धार्मिक-क्रांति-पत्र” बांटे
जामुरिया । जेके नगर में चल रहे श्रीविष्णु महायज्ञ में निंगेश्वर मंदिर, निंगा, शिल्पांचल के विशिष्ट पुजारी एवं कवि साहित्यकार पं. आर्य प्रहलाद गिरि ने अपने पतंजलि योग समिति व मानवाधिकार संगठन के पदाधिकारियों के साथ पहुंच कर हजारों बुद्धिजीवी भक्तों के बीच “पाखंड मिटाओ! धर्म बचाओ!!” का बैनर लगाकर, धार्मिक क्रांति पत्र को बांट-बांट कर, सच्चे हिंदू धर्म का प्रचार करते रहे और प्रबुद्ध लोगों को समझाते भी रहे कि इन चौदह सूत्रों को अपनायें बिना न तो हिंदू-धर्म का पुनरूत्थान हो सकता है और न जर्जर हो रहे हमारे हिंदू समाज का ही पतन रूक सकता है। मौके पर पत्रकारों से रूबरू होते हुए पं.आर्य गिरि ने बताया कि जगन्नाथ मंदिर पुरी से शुरू किये गये इस धार्मिक-आंदोलन को वह जब तक जिंदा रहेंगे, जबतक अपने वैदिक धर्म के नाम पर चल रहे सारे अवैदिक पाखंडों को उजागर करते ही रहूंगा, ताकि हमारा सत्य सनातन वैदिक हिन्दू धर्म निर्मल और मजबूत बना रहे। तभी हम सच्चे अर्थों में विश्वगुरु कहला सकेंगे। इन्होंने बताया कि हमारा अगला कदम काशी और अयोध्या जाकर भी वहां के धर्माधिकारियों व धर्माचार्यों से हिंदू-धर्मोत्थान में आरही सभी रुकावटों पर सकारात्मक चर्चा करना है। मौके पर इनके साथ मानवाधिकार संगठन के आनंद राज, जीतेंद्र बर्मा, राहुल मंडल, प्रदीप सिंह, रोहित कुमार, पतंजलि योग समिति के राहुल देव पांडेय, पं. अरुण जोशी व अन्य स्थानीय लोग भी धर्मांदोलन के इस सारस्वत-यज्ञ में अपनी अपनी सहर्ष सहभागिता दिखलाते रहे।