एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की मांग पर विरोध प्रदर्शन
बर्नपुर । तृणमूल पार्षद अशोक रुद्र के नेतृत्व में मंगलवार बर्नपुर नागरिक मंच और व्यवसायी समिति की तरफ से बर्नपुर रेलवे स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया गया। कुछ देर के लिए रेल लाइन पर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी और बर्नपुर इलाके के व्यवसायी उपस्थित थे। इस संदर्भ में पत्रकारों से बात करते हुए अशोक रूद्र ने कहा कि बर्नपुर स्टेशन आद्रा रेलवे डिवीजन का एक महत्वपूर्ण स्टेशन है। यहां पर पहले कई एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव हुआ करता था। लेकिन कोरोना के समय भारतीय रेलवे मंत्रालय द्वारा तकरीबन 6 एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव को इस स्टेशन से हटा लिया गया। जिन्हें आज तक पुनर्बहाल नहीं किया गया है। इस वजह से इस क्षेत्र के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रेलवे के इस फैसले से एक लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हो रहे हैं। विशेष कर रात में जब यहां के लोग ट्रेन से आते हैं। तब उनको आसनसोल रेलवे स्टेशन उतरना पड़ता है और वहां से बर्नपुर आने के लिए उनको किराए के तौर पर मोटी रकम देनी पड़ती है और परेशानी भी झेलनी पड़ती है। उन्होंने बताया कि आसनसोल के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने रेलवे मंत्रालय से कई बार उन ट्रेनों को फिर से बर्नपुर स्टेशन पर ठहराने की मांग की है। लेकिन रेलवे मंत्रालय द्वारा कोई सकारात्मक उत्तर नहीं दिया गया है, जिस वजह से लोग आज भी परेशान हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बर्नपुर स्टेशन के नवीनीकरण की बात करते हैं। सेल आईएसपी के नवीनीकरण के लिए हजारों करोड़ों रुपए खर्च करने की बात कही जाती है। लेकिन इस स्टेशन पर महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव न देकर इस स्टेशन की महत्ता को कम किया जा रहा है। जिसे यहां की जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि आद्रा डिवीजन के डीआरएम के जरिए वह रेलवे मंत्रालय से यह अनुरोध करते हैं कि फिर से उन ट्रेनों का ठहराव इस स्टेशन पर दिया जाए। अन्यथा यहां के लोग आने वाले समय में इस स्टेशन पर बड़ा आंदोलन करेंगे।