रानीगंज आनंदलोक अस्पताल में बाईपास सर्जरी यूनिट का लोकार्पण
रानीगंज। आनंदलोक अस्पताल में हृदय रोग चिकित्सा के लिए बाईपास सर्जरी यूनिट का लोकार्पण किया गया। सोमवार को आनंदलोक के संस्थापक देव कुमार सराफ तथा उद्योगपति महेंद्र शर्मा ने संयुक्त रूप से नई बाईपास सर्जरी यूनिट का विधिवत उद्घाटन किया। आनंदलोक के संस्थापक देव कुमार सराफ ने कहा कि रानीगंज आनंदलोक अस्पताल पिछले लगभग ढाई दशक से मरीजों की चिकित्सा सेवा करता आ रहा है। अस्पताल में विभिन्न प्रकार के रोगों की उत्कृष्ट चिकित्सा अत्यंत सुलभ दरों पर की जाती है। अब अस्पताल में हृदय रोग चिकित्सा के लिए बाईपास सर्जरी यूनिट शुरू किया गया है। जिससे इस क्षेत्र के मरीजों को ओपन हार्ट सर्जरी के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें आनंदलोक अस्पताल में ही ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमेशा से कोशिश रही है कि अस्पताल में मरीजों को उन्नत क्लिनिक की चिकित्सा मुहैया कराई जाए। उद्योगपति महेंद्र शर्मा ने कहा कि आनंदलोक अस्पताल के नवीनीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अस्पताल में नए कार्डियो थोरेसिस यूनिट तैयार किया गया है। नए सिरे से ऑपरेशन थियेटर बनाया गया है जिसमें सभी आधुनिक चिकित्सा संसाधन उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि आनंदलोक अस्पताल में तेजी से सुधार हो रहा है और सभी आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से अस्पताल को सुसज्जित किया जा रहा है। आने वाले तीन से चार महीनों के भीतर अस्पताल में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। डॉ सुदीप्त भट्टाचार्य के नेतृत्व में 8 लोगों की टीम बाईपास सर्जरी यूनिट संभालेगी। इस यूनिट के चिकित्सा संसाधन विश्व स्तरीय हैं, जिससे मरीजों को लाभ मिलेगी। महेंद्र शर्मा ने कहा कि रानीगंज का आनंदलोक अस्पताल एम्स की तर्ज पर लोगों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करेगा। अब मरीजों को दूसरे राज्य जाने की जरूरत नहीं। उन्होंने कहा कि गोल्ड मेडलिस्ट डॉक्टर संदीप भट्टाचार्य एवं उनके टीम को आज से यहां नियुक्त किया गया है। डॉ. सुदीप्त भट्टाचार्य, एमबीबीएस (ऑनर्स) (गोल्ड मेडलिस्ट), डीआरएनबी सीटीवीएस, एफआईएसीएस, वर्तमान में आनंदलोक अस्पताल रानीगंज में कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी विभाग के प्रमुख हैं। अपने क्षेत्र में 12 वर्षों से अधिक अनुभव के साथ एक प्रसिद्ध कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर सर्जन हैं। वयस्क हृदय, वक्ष और संवहनी सर्जरी में विशेष रुचि के साथ।रजीकर मेडिकल कॉलेज, कोलकाता से स्नातक होने के बाद, उन्होंने प्रसिद्ध कार्डियक सर्जन डॉ. देवी शेट्टी की अध्यक्षता में नारायण हेल्थ में कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी में प्रशिक्षण लिया। वह पहले नारायण हेल्थ, बीएम बिड़ला हार्ट रिसर्च सेंटर, पीयरलेस हॉस्पिटल और मणिपाल हॉस्पिटल्स जैसे प्रमुख हृदय केंद्रों से जुड़े थे। वह इंडियन एसोसिएशन ऑफ कार्डियोवस्कुलर एंड थोरेसिक सर्जन के फेलो और आजीवन सदस्य हैं। उनके कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रकाशन हैं और वह दुनिया भर में कई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध कार्डियक सर्जिकल पत्रिकाओं के समीक्षक हैं।
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