अपने यहां गाली गया जाता है विवाह के समय, उसे ही मंगलगीत भी कहते है – दिलीप दास महाराज
बर्नपुर । शिवस्थान मंदिर में आयोजित 9 दिवसीय श्री रामकथा के दौरान रविवार की रात प्रभु श्री राम के विवाह के प्रसंग पर कथा के साथ झांकी प्रस्तुत की गई। कथा के दौरान जनकपुर आये अयोध्या के राजा के भजन पर श्रद्धालु भक्ति में झूमते रहे।कथावाचक दिलीप दास महाराज जी ने कथा के दौरान कहा कि प्रभु श्री राम अपने गुरु और लक्ष्मण के साथ जनकपुर में सीता की स्वयंवर के लिए जाते है। स्वयंवर में भगवान शंकर के धनुष को तोड़ देते हैं। इसके बाद गुस्से से तमतमाकर परशुराम आते हैं, टूटा धनुष देखकर क्रोधित हो जाते है। इसके बाद राम लक्ष्मण तथा परशुराम संवाद होता है। वहीं इसके बाद राम सीता का विवाह होता है। उन्होंने कहा कि अपने यहां गाली गया जाता है विवाह के समय, उसे ही मंगलगीत भी कहते है। राम सीता विवाह की झांकी पर मंगलगीत भी गयी गई, तथा उनकी आरती भी की गई। वहीं इस दौरान मुख्य यजमान के रूप में उपस्थित सेल आईएसपी के इडी (फाइनेंस) मोहित मालपानी एवं उनकी पत्नी ने आरती की। इस दौरान डॉ मनीष झा, निशिकांत सिंह, ओमप्रकाश सिंह, दामोदर मिश्रा सहित काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।