जिंदगी एक किराए का घर है, एक न एक दिन बदलना पड़ेगा – आत्मप्रकाश जी महाराज
आसनसोल । आसनसोल गौशाला में मुरारका परिवार की ओर एवं आसनसोल महावीर स्थान सेवा समिति के सहयोग से सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का पहला दिन वेदी पूजन, पंडितों का पूजन एवं गुरुजी आत्मप्रकाश जी महाराज का पूजन हुआ। पहले दिन भागवत कथा के महत्व और फल के बारे में स्वामी आत्मप्रकाश जी महाराज ने विस्तार पूर्वक भक्तों को बताए। पहले दिन सुखदेव जी के आगमन, कपिल देव भगवान और ध्रुव चरित पर कथा हुई। इस जन्म में मोक्ष की प्राप्ति के लिए यदि कोई मनुष्य रात में सोते समय सिर्फ 5 मिनट ध्यान कर ले की हम चीता में कैसे जल रहे है। इस ध्यान को रोजाना करने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। उसे वैराग्य मिल जाता है। गुरुजी ने कहा की भागवत का फायदा यह है कि यह है कि धंधकाठी प्रेत योनि में रहकर भागवत सुनने के बाद उसे स्वर्ग में जा सकता है। हम मनुष्यो का क्या कहना है। मोक्ष अगर नहीं मिले तो इतना गारंटी है कि किसी संपन्न घर में जन्म होगा। पहले दिन ही भक्तों की भीड़ उमड़ी। मौके पर बालकिशन मुरारका का पूरा परिवार, मोहन केशव भाई सहित पटेल परिवार, अरुण शर्मा, राजकुमार शर्मा, नारायण मुरारका,बाल कृष्णा मुरारका, सरस मुरारका, सरोज मुरारका, पंखुड़ी मुरारका, शुचि पोद्दार, सुमित्रा टेबरेवाल, स्वेता टेबरेवाल, कपूर अग्रवाल, मंजू अग्रवाल, प्रेमचंद केशरी, सज्जन जालुका, मुकेश पहचान, बासुदेव शर्मा, प्रकाश अग्रवाल, अक्षय शर्मा, रौनक जालान सहित सैंकड़ों महिलाएं व पुरुष भक्त उपस्थित थे।