जैक की भूख हड़ताल की तैयारी को लेकर यूनियन के नेताओ की बैठक
आसनसोल । कोयला उद्योग को केंद्र सरकार द्वारा उपेक्षित किया जा रहा है। श्रमिकों और ठीका श्रामकों को उनके अधिकार से वंचित किया जा रहा है। इसके अलावा विभिन्न मांगों को लेकर आगामी 23 तारीख से लेकर 26 तारीख तक ईसीएल मुख्यालय सांकतोड़िया के मुख्य द्वार के सामने जैक की ओर से भूख हड़ताल किया जाएगा। इसकी तैयारी को लेकर मंगलवार को आसनसोल के चेलीडंगाल स्थित भाकपा के श्रमिक संगठन एटक कार्यालय में सभी श्रमिक संगठनों के संयुक्त मंच जैक की एक बैठक हुई। यहां ऐटक के आरसी सिंह, एचएमएस के एसके पांडेय, बीएमएस के जयनाथ चौबे, सीटू की तरफ से विवेक चौधरी, सुजित भट्टाचार्य, यूटीयूसी के माधव बैनर्जी, इंटक के चंडी बैनर्जी, आरपी शर्मा, जीएस ओझा, गुरुदास चैटर्जी, नवल किशोर सिंह, महेंद्र गुप्ता उपस्थित थे। बैठक के बारे में जानकारी देते हुए आरसी सिंह ने कहा कि पुरे देश में कोयला खदानों की हालत खराब है। लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार कोयला उद्योग को बचाने को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने केन्द्र सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाते हुए कोयला खदानों के निजीकरण का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कोयला खदानों को बचाने के लिए लिए सरकार की तरफ से कोई पहल नहीं की जा रही है। यहां तक की कोयला उद्योग में रिक्त पदों को भरा तक नहीं जा रहा है। योग्यता के बाद भी समय पर कर्मियों को पदोन्नति नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि खदान श्रमिकों की इन समस्याओं को लेकर दो बार ईसीएल के सीएमडी को पत्र लिखा जा चुका है। लेकिन इसपर कोई सुनवाई नहीं की गई है। 23 तारीख से ईसीएल के मुख्यालय सांकतोड़िया में भूख हड़ताल किया जाएगा । रोजाना हर एक श्रमिक संगठन के दो दो प्रतिनिधि इस आमरण अनशन में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि इसकी तैयारी एवं इसकी सफलता के लिए प्रत्येक कोलियरियों में बैठक, सभा की जाएगी। इसके अलावा भूख हड़ताल वाली जगहों पर शिविर बनाया जाएगा। ताकि भूख हड़ताल पर बैठने वाले नेताओं को रात्रि के समय सोने में परेशानी न हो। उसकी जिम्मेदारी दी गई है।