भारत के सशस्त्र सेनाओं के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस(सीडीएस) जनरल बिपिन रावत का असामयिक जाना हमारे देश के लिए अपूरणीय क्षति – सुरेन जालान
आसनसोल । भारत के शौर्य पुरुष एवं देश के सभी वीर शहीद सपूतों को कृतज्ञ श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भारत के सशस्त्र सेनाओं के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस(सीडीएस) जनरल बिपिन रावत का असामयिक जाना हमारे देश के लिए अपूरणीय क्षति है। उक्त बातें आसनसोल के सामजसेवी सह व्यवसायी सुरेन जालान ने कही। उन्होंने कहा कि वह ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि इस दुख की घड़ी में उनके परिवार एवं पूरे देशवासियों को धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करे। क्या यह एक प्राकृतिक विपन तो नहीं था। उड़ान से पूर्व प्रकृति खुशमिजाज थी एवं किसी भी प्रकार मौसम खराब होने की कोई भी संभावना नहीं थी।अचानक विमान लैंडिंग से दस मिनट पूर्व प्रकृति का कुछ मिजाज काल के रूप में कैसे हो गया। यह गहरे चिंतन का विषय है। ताइवान में भी इसी प्रकार की घटना कुछ वर्षों पूर्व हुई थी एवं वहां के सेना प्रमुख को शहीद होना पड़ा था।ताइवान के प्रमुख भी हमारे दुश्मन देश के आंखों की किरकिरी थे। हमारे बिपिन रावत वह केवल भारत के सीडीएस ही नहीं बल्कि पूरे सच्चे देशभक्त थे। हमारे देश के दुश्मनों के लोगों के लिए आग का गोला थे। वे अपने जन्मभूमि उत्तराखंड से लेकर एवं अपनी धर्मपत्नी की जन्मभूमि से लेकर रिटायर होने के बाद देहरादून में कुछ दिन पहले अपने निवास स्थान के लिए भूमि पूजन करवाया था। वहां से बैठकर वे अपनी गांव एवं पूरे देश के जलसेना, थलसेना एवं वायु सेना का एकीकरण करके देश की सुरक्षा के लिए देश को सुरक्षित करना चाहते हैं। अचानक उनके शहीद हो जाने पर पूरे देशवासी स्तब्ध है। विपिन रावत एवं उनकी धर्मपत्नी मधुलिका रावत के सपने एवं उनकी सोच जो अधूरे रह गये है। उन्हें पूरा करने के लिए हमे निरन्तर प्रयास करना होगा। उनकी सोच को सैल्यूट करता हूं। हमारे देश के प्रधान, रक्षामंत्री एवं व्यक्ति विशेष जो है। उनसे निवेदन करता हूं कि उनके सपनों को साकार करने में अपना पूर्ण योगदान दे। देश के शहीदों के लिए यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इन सभी आशाओं के साथ पुनः देश के सभी शहीदों को नमन करता हूं।