सीआरएस की ओर से जसीडीह एवं बांका सेक्शन के बीच नवनिर्मित विद्युतीकरण कार्य का किया गया निरीक्षण
आसनसोल । सामाजिक-आर्थिक विकास के साथ-साथ देश के कोने-कोने में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए भारतीय रेलवे नई रेलवे लाइन आदि का निर्माण कर ढांचागत विकास कर रहा है। इसके तहत जसीडीह-देवघर-बांका सेक्शन के नए विद्युतीकृत सेक्शन का ए.एम.चौधरी, रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस), पूर्वी सर्कल आर.ए. चौधरी, सीपीडी/आरई और एस.सिंघल, सीईडीई/ पूर्व रेलवे मुख्यालय कोलकाता और परमानंद शर्मा, मंडल रेल प्रबंधक आसनसोल तथा साथ में नामित मंडल शाखा अधिकारियों के साथ गुरुवार इस सेक्शन का निरीक्षण किया। सीआरएस ने जसीडीह स्विचिंग पोर्ट (एसपी) और गर्डर ब्रिज नंबर 05 का निरीक्षण किया। सीआरएस ने देवघर स्टेशन और पीडब्ल्यूआई (रेल पथ निरीक्षक) गैंग और संरक्षा उपकरण आदि का निरीक्षण किया, नवाडीह और चांदन स्टेशन के बीच 4 डिग्री कर्व, गर्डर ब्रिज नंबर 05 और समपार फाटक(लेवल क्रॉसिंग) संख्या 1/सी/ई और चांदन स्टेशन, स्विचिंग स्टेशन (एस.एस), कटोरिया स्टेशन और कटोरिया और खरझौसा स्टेशन के बीच रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) तथा देवघर-बांका सेक्शन में खारझौसा और काकवाड़ा स्टेशनों के बीच आरओबी का निरीक्षण किया। सीआरएस ने जसीडीह, देवघर और कटोरिया स्टेशनों पर आरओबी से ओएचई की दूरी (क्लीयरेंस), अर्थिंग और शॉर्ट सर्किट टेस्ट, पैनेल रूम और ट्रेन संचालन से संबंधित संरक्षा मदों का भी निरीक्षण किया। सीआरएस ने जसीडीह और बांका सेक्शन के बीच नवनिर्मित विद्युतीकरण कार्य तथा बांका से जसीडीह के बीच शॉर्ट सर्किट टेस्ट और स्पीड ट्रेल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया ।
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