अर्हम
अच्छे आचार और अच्छे व्यवहार का आधार है अच्छे विचार। मनुष्य को अच्छे विचारों का आचरण करना चाहिए। ‘रोज की एक सलाह’ से पाठकों को अच्छे विचार प्राप्त हो सकेंगे, ऐसा विश्वास है।
आचार्य महाश्रमण
26 फरवरी
प्रियता और योग्यता भिन्न-भिन्न है। तुम्हारा प्रिय है इसलिए वह योग्य भी है यह जरूरी नहीं है। इसलिए दायित्व उसी को सौंपो जो योग्य हो, भले तुम्हारा प्रिय न भी हो।
आचार्य महाश्रमण।
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