सिख आनंद मैरिज एक्ट पर पश्चिम बंगाल सरकार कार्यलय नवान्न में सिख प्रतिनिधियों को लेकर हुई बैठ
कोलकाता । पश्चिम बंगाल सरकार के मुख्यालय नवान्न में बंगाल के सिख प्रतिनिधियों के साथ राज्य की कानून मंत्री मलय घटक की एक बैठक हुई। सिख प्रतिनिधियों सिख आनंद मैरिज एक्ट के ऊपर की चर्चा किया। सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान तजिंदर सिंह बल, सेवा खालसा दल के दलविंदर सिंह एवं बर्नपुर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सचिव सुरेंद्र सिंह ने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से इस विषय पर आमंत्रण भेजा गया था। पहले ही इस विषय पर बंगाल सरकार को आनंद मैरिज एक्ट बनाने के ऊपर विभिन्न जगहों पर ज्ञापन दिया गया था। सरकार के साथ उनकी बातचीत साकारात्मक रही है। सरकार ने सिख आनंद मैरेज एक्ट पर सुझाव मांगे है। जल्द ही यह आनंद मैरिज एक्ट बन जाएगा। कोलकाता बड़ा बाजार गुरुद्वारा के उप प्रधान अजीत सिंह बारी ने कहा लगातार बंगाल की सिख समुदाय की मांग सरकार से रही है कि बंगाल में भी सिख आनंद मैरिज एक्ट लागू किया जाए। इस बैठक से यह समझ में आ गया पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बहुत जल्द इस एक्ट को लागू कर देंगी। वह लोग सभी कोलकाता की सिख संस्थाएं एक्ट पर चर्चा कर किस तरह का होना चाहिए। इस पर विचार करके सभी बंगाल के सिख संस्थाएं एक मंच पर आकर इसको जल्द ही लागू करवा लेंगे। आसनसोल सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कार्यकारी प्रधान सुरजीत सिंह मक्कड़ ने कहा बहुत खुशी की बात है कि पश्चिम बंगाल की ममता सरकार सिखों की मांग को लागू करने जा रही है। उनलोगों ने पहले ही गोविंद नगर गुरुद्वारे में राज्य के मंत्री मलय घटक को उनकी संस्था के उप प्रधान महेंद्र सिंह सलूजा की अध्यक्षता में यह मांग लिखित रूप से रखी थी। मंत्री ने उस समय इस पर जल्द कार्रवाई करके लागू करने का आश्वासन दिया था। आसनसोल सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सिख वेलफेयर सोसायटी बंगाल सरकार का धयनवाद ज्ञापन करती है। इस मौके पर विशिष्ट सिख जन बचन सिंह सरल, सिंघ सभा कोलकाता के प्रधान सतवंत सिंह, बड़ा बाज़ार गुरुद्वारा के उपप्रधान अजित सिंह बारी, संतकुटिया गुरुद्वारा के सचिव अवतार सिंह, डनलप गुरुद्वारा के प्रधान दविंदर सिंह, सेवा खालसा दल के प्रधान दलविंदर सिंह, सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान तजिंदर सिंह, बर्नपुर गुरुद्वारा के सचिव सुरेन्द्र सिंह अतु, परबालिया गुरद्वारा के प्रधान मलकीत सिंह उपस्थित थे।