कोमल संग आकाश का विवाह पारम्परिक रीति रिवाजों के साथ हुआ सम्पन्न
आसनसोल । जयपुर के ताज महल पैलेस में चार तारीख को दिवंगत गीता देवी और दिवंगत विश्वनाथ जी ढांड के पोते आकाश के साथ बर्नपुर निवासी व्यवसायी कन्हैयालाल शर्मा की पोती व शंकरलाल शर्मा की सुपुत्री कोमल का पारम्परिक रीति रिवाजों के साथ विवाह सम्पन्न हुआ। इसे पहले पहली मार्च को आशीर्वाद की रस्म हुई थी। यहां दोनों परिवारों के सदस्यगण उपस्थित थे। इसके उपरांत यहां सभी अतिथियों के लिए प्रीति भोज का भी अयोजन किया गया। इसके उपरांत दो मार्च को मेहंदी हुई। परंपरा का निर्वहन करते हुए होने वाली दुल्हन की हथेलियों पर मेहंदी रचाई गई। उसी दिन रात को एक संगीत से भरी शाम का भी आयोजन किया गया। यहां नामचीन कलाकारों ने अपने फन से समा बांध दिया। सभी परंपराओं का पालन करते हुए 3 मार्च को सुबह मार्या और भात के अनुष्ठान का आयोजन हुआ। वहीं उस दिन शाम को तिलक के कार्यक्रम का आयोजन हुआ। उसी दिन यानी तीन मार्च की शाम में संगीत का आयोजन हुआ। परिवार की महिलाओं ने परिणय सुत्र में बंधने जा रहे जोड़े के आगामी जीवन की मंगल कामना करते हुए गीत गाए। वहीं चार मार्च की सुबह हल्दी की रस्म निभाई गई। इसके बाद चार मार्च को ही शाम को भव्य तरीके से रिसेप्शन का आयोजन किया गया। इस मौके पर नव विवाहित जोड़े को आशीर्वाद देने आसनसोल, जयपुर सहित अन्य क्षेत्रों से भी तमाम गणमान्य लोग उपस्थित थे। सजावट देखकर ऐसा लगा मानों पुरी कायनात नव विवाहित जोड़े को आर्शीवाद दे रही हो। नव विवाहित जोड़े को आर्शीवाद देने के लिए दोनों परिवारों के सदस्यगण उपस्थित थे। इनमें थे कन्या के पिता शंकरलाल शर्मा, माता सुमन शर्मा, बड़ी मां श्रद्धा शर्मा। इनके अलावा कन्हैयालाल जी शर्मा, हर्षवर्धन शर्मा, उज्ज्वल शर्मा भी वर वधु को आर्शीवाद देने उपस्थित थे। इनके साथ ही प्राची पूर्वी धृति प्रवाल अति भी उपस्थित रहे।