मोटरसाइकिल चलाने की चाहत ने एक साइकिल चालक को बनाया इंजिनियर
आसनसोल । आसनसोल उतर थाना अंतर्गत बागबंदी निवासी मिलन मंडल कबाड़ के जुगाड़ से एक साइकिल को मोटरसाइकिल बना दिया। वह मोटरसाइकिल शिल्पांचल की सड़कों पर दौड़ते नगर आ रही है। जो इन दिनों काफी चर्चा का भी विषय बना हुआ है। सोशल मिडिया पर कबाड़ की जुगाड़ से साइकिल बना यह मोटरसाइकिल अब सोशल मिडिया पर भी खूब सुर्खियां बटोरने लगा है। लोग साइकिल से बने इस मोटरसाइकिल की तारीफ कर रहे है। साथ ही इसको तैयार करने वाले इंजिनियर की भी और उससे हर कोई मिलना भी चाह रहा है। उनसे साइकिल से मोटरसाइकिल बनाने का गुर भी सीखना चाह रहे है। मिलान मंडल बीते 20 वर्षों से बागबन्दी में साइकिल बनाने का काम करते है। उनसे पहले उनके पिता भी उनके ही तरह साइकिल बनाने का ही क़ाम करते थे। पिता के गुजरने के बाद मिलन ने उनका काम संभाल लिया। उनकी मां भी अब इस दुनिया में नही है। मिलन की अगर माने तो उनके परिवार में उनकी पत्नी और उनके तीन पुत्री है। जिनमे से दो बेटियों की उन्होंने शादी कर दी है। एक बेटी अभी पढ़ाई कर रही है। मिलन मंडल ने बताया कि उनके माता पिता का साया उनके सर से उठने के बाद उनके परिवार का सारा जिम्मा उनके सर के उपर आ गया जिस कारण उन्होंने अपने जीवन में जो कुछ भी सपने देखे थे। उनके मन में जो भी अरमान थे। उसको वह पूरा नहीं कर सके। उन्होने कहा की बचपन से ही उनको मोटरसाइकिल चलाने का बहुत शौक था पर मोटरसाइकिल चलाने में उन्हें डर भी लगता था। साथ में मोटरसाइकिल की कीमत इतनी ज्यादा थी की उनके पिता या फिर वह खरीद नही सकते थे। ऐसे में उन्होंने बाजार में बैटरी से चलने वाली साइकिल व ई रिक्सा देखा तो उनके मन में भी आया की क्यों नहीं वह भी अपनी साइकिल में मोटरसाइकिल का इंजन बैठाकर उसे चलाने का प्रयास करें। उन्होंने अपनी मन की बात मानी और कबाड़ की दुकान से एक मोटरसाइकिल का इंजन और साइलेंसर खरीदकर लाये जिसकी कीमत उनको करीब पांच से 6 हजार लगी। जिसके बाद उन्होंने साइकिल में मोबिल फ़िल्टर, एयर फ़िल्टर, सलेटर, क्लच ब्रेक जैसी कई चीजें लगाई जिसमें उनका करीब 15 से 16 हजार रूपए खर्च हो गया। मिलन ने बताया की अभी इसमें पेट्रोल टेंक, सेल्फ और हेड लाइट लगानी बाकी है। उसमें उनका करीब 2 से 4 हजार रूपए खर्च हो जायेगा। यानि की कुल मिलाकर 20 से 22 हजार के खर्च में एक साइकिल मोटरसाईकल में तब्दील हो जायेगा जो 70 किलोमीटर का माइलेज देगा। मिलन ने कहा अगर उनको कहीं से कुछ सहयोग मिलता है तो वह इस तरह की कई मोटरसाइकिल तैयार कर सकते हैं। जिससे उन लोगों को काफी मदद मिलेगी जिन लोगों के पास मोटरसाइकिल खरीदने के पैसे नही हैं।