रेलवे की ओर से विवेकानंद स्कूल के सारे समान जब्त कर मारा ताला, मची हड़कंप
आसनसोल । आसनसोल डूरांड रेल कॉलोनी स्थित विवेकानंद स्कूल को गुरुवार रेलवे प्रशासन की ओर से खाली कराने एवं स्कूल के सारे बैंच, कुर्सी, ब्लैक बोर्ड, पंखा, आलमारी जब्त कर ले गयी। इसे लेकर स्कूल परिसर में खलबली मच गई। गुरुवार को अचानक रेलवे के कुछ अधिकारी आरपीएफ और कुछ वाहनों को लेकर आए और स्कूल के अंदर रखे सामानों को जब्त कर वाहनों में चढ़ा कर ले जाने लगे। इस संदर्भ में रेलवे के अधिकारी से पूछे जाने कुछ भी कहने से इंकार किया। हालांकि रेलवे अधिकारियों द्वारा एक नोटिस दिखाया गया जो कि हाईकोर्ट का नोटिस था। रेलवे अधिकारियों का दावा है कि उच्च न्यायालय का यह नोटिस स्कूल प्रबंधन को भी मिला था और उनको इस स्कूल को खाली करने को कहा गया था। इस संदर्भ में विवेकानंद स्कूल कमेटी के अध्यक्ष हसन जावेद ने कहा कि स्कूल प्रबंधन को ऐसा कोई नोटिस नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि यह स्कूल बीते 40 सालों से यहां चल रहा है।अगर यह स्कूल अनऑथराइज्ड है भी रेलवे द्वारा अब तक इस पर कोई कार्यवाई क्यों नहीं की गई। उन्होंने कहा कि इससे पहले प्रधानमंत्री तक को चिट्ठी लिखकर इस स्कूल को लेकर अनुरोध किया गया था कि इस स्कूल की जमीन को लीज पर दी जाए। हसन जावेद ने बताया कि इस स्कूल में 250 बच्चे पढ़ते हैं जो कि गरीब तबके से आते हैं अगर अचानक इस तरह से स्कूल को बंद कर दिया जाए तो बच्चों का भविष्य क्या होगा। उन्होंने बताया कि इस स्कूल में कक्षा 8 तक की पढ़ाई होती है। उन्होंने कहा कि उनके पास आमरण अनशन करने के अलावा और कोई उपाय नहीं है। इस संदर्भ में पीआरओ एससी मंडल ने बताया कि विवेकानंद स्कूल रेलवे जमीन पर अवैध रूप से चल रहा था। रेलवे कभी किसी को बिना नोटिस बेदखल नहीं करता है। रेलवे के पास सुप्रीम कोर्ट का आर्डर है कि रेलवे की सभी अवैध रूप से कब्जे वाली जमीन को दखल मुक्त की जाएगी।