बालू की कालाबाजारी के कारण निर्माण कार्यों पर लग गई है रोक
आसनसोल । जिला में बालू की कालाबाजारी होने और मूल्यों में 250 गुना वृद्धि होने से प्रमोटरों एवं डेवलपरो को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। जिला में निर्माण कार्य से जुड़े व्यवसायी बालू के मूल्य में वृद्धि को लेकर जल्द ही जिला प्रशासन से मिलकर मूल्य नियंत्रण का आग्रह करेंगे। मूल्य वृद्धि के कारण जिला में चल रहे निर्माण कार्यों को स्थगित कर दिया गया है एवं व्यवसायिक मूल्यांकन की उम्मीद में है। क्रेडाई वेस्ट बंगाल के निदेशक सह क्रेडाई आसनसोल के अध्यक्ष सुब्रत चटर्जी उर्फ ब्लू चटर्जी ने बताया कि बालू की मूल्य वृद्धि से जिला में चल रहे अधिकांश निर्माण कार्य बंद कर दिए गए हैं। निर्माण कार्य से जुड़े अन्य सामग्री जैसे सीमेंट, लोहा आदि के मूल्य भी काफी बढ़ गए हैं। अचानक से बालू के मूल्य में आकस्मिक बृद्धि से प्रमोटरों के लिए एक नई मुश्किल खड़ी कर दी है। उन्होंने कहा कि बालू सिर्फ आवास निर्माण में ही नहीं बल्कि अन्य कई फैक्ट्रियों का भी मुख्य कच्चा माल है। बालू का उपयोग ग्लास फैक्ट्री में भी किया जाता है। बालू की मूल्य विधि से इन फैक्ट्रियों के उत्पादन पर भी बड़ा प्रभाव पड़ा है। जिससे फैक्ट्रियों से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जुड़े हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बर्दवान जिला जहां अजय नदी, दामोदर नदी और बराकर नदी है इसके बावजूद अगर यहां के लोगों को इतना महंगा बालू खरीदना पड़े तो इससे दुखद की बात क्या हो सकती है। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य कारण बालू की कालाबाजारी है। बालू सप्लायर मनमानी कर रहे हैं।