केएनयू के बांग्लादेश की छात्रा को न्याय दिलाने एवं शिल्पांचल से माफिया राज को खत्म करने का दृढ़ संकल्प लिया समाजसेवी कृष्णा प्रसाद
आसनसोल । समाजसेवा और धार्मिक कार्य करने वाला बहुमुखी प्रतिभावान कृष्णा प्रसाद पीड़ितों को न्याय दिलाने एवं शिल्पांचल से कोयला, लोहा और बालू माफिया राज खत्म करने का खुला चुनौती पत्रकार सम्मेलन कर पत्रकारों को दी। उक्त बाते कल्ला बाईपास स्थित आवासीय कार्यालय में पत्रकार सम्मेलन कर पत्रकारों को दी। उन्होंने शिल्पांचल के कुछ जटिल ज्वलंत महत्वपूर्ण मुद्दों की तरह देश के प्रधानमंत्री, बंगाल की मुख्यमंत्री सहित प्रशासन के उच्चपदाधिकारियों का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की। उन्होंने काजी नजरुल विश्वविद्यालय के बांग्ला विभाग की बांग्लादेश की छात्रा से विश्वविद्यालय के ही एक प्रोफेसर पर दुष्कर्म के आरोप का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की छात्रा विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर पर दुष्कर्म का आरोप लगाई है। पूरे शिल्पांचल, जिला, राज्य और देश के लिए बेहद शर्मनाक है। वह छात्रा बांग्लादेश की है इसे पूरे विश्व में भारत की प्रतिष्ठा पर भी प्रतिकूल असर पड़ेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से लेकर पुलिस प्रशासन और महिला आयोग से इस मामले का संज्ञान लेने और आरोपी को जल्द से जल्द सजा देने की मांग किया है। उन्होंने कहा कि जहां विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते है, वहां सरस्वती का वास होता है। विद्या के मंदिर में इस प्रकार के जघन्य अपराध हुआ। वहीं आरोपी नामजद प्रोफेसर पर अभी तक कानूनी कार्रवाई कर सजा नहीं मिलती है, तो इसे बड़ी कोई बुरी बात नहीं हो सकती है। कृष्णा प्रसाद ने कहा कि इसके लिए वह बांग्लादेश के प्रधानमंत्री, वहां के प्रशासनिक अधिकारी से भी आवाज उठाने के लिए कहेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए जहां तक जाना होगा वह जाएंगे। उन्होंने काजी नजरूल विश्वविद्यालय प्रबंधन से भी इस विषय में बात की है और वह पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए हर तरह का प्रयास करेंगे। वहीं उन्होंने कहा कि वह इस विषय पर केएनयू गेट के सामने बड़ा आंदोलन करने की पूरी तैयारी कर ली थी। लेकिन ऐन मौके पर आसनसोल उत्तर थाना प्रभारी के अनुरोध पर उन्होंने अपना आंदोलन वापस ले लिया। वहीं उन्होंने पुलिस और प्रशासन को 15 दिनों का समय दिया। अगर 15 दिनों के अंदर आरोपी को सजा नहीं दी जाती है और छात्रा को इंसाफ नहीं मिलता है। तो 15 दिनों के बाद वह अपने समर्थकों के साथ सड़क पर उतर कर उग्र आंदोलन करेंगे। वहीं मौके पर उन्होंने एक दूसरे मुद्दे पर अपनी आवाज उठाया। उन्होंने शिल्पांचल के सभी कोलियरी इलाके में कोयला के लिफ्टिंग का मुद्दा उठाया। लिफ्टिंग के नाम पर प्रत्येक टन के हिसाब से प्रत्येक दिन अवैध रूप से करोड़ों रुपया वसूला जाता है। अवैध रूप से वसूला गया रुपया कहा जाता है। राष्ट्रीय की संपति को लूटने नहीं दूंगा। इसकी जांच की मांग किया है। इसके लिए ईसीएल के चेयरमैन, सीएमडी सहित सभी आला अधिकारियों से अनुरोध करूंगा। कोयला की इस प्रकार की धांधली पर अविलंब अंकुश लगायी जाए। वहीं उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ पूर्व मेयर सह पूर्व विधायक जितेंद्र तिवारी, सौमित्रो खां और माकपा के एक नेता ने आवाज उठाया था। दो तीन हिंदी अखबार ने आवाज उठाई थी। उसके बाद वह सब चुप हो गए। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले जमुरिया के एक व्यवसाई पवन अग्रवाल ने एक मुद्दा उठाया था जिसमें उन्होंने कहा था कि औद्योगिक क्षेत्र जमुरिया में जो कोयला खदानों से निकलता है। कारखाना तक पहुंचते-पहुंचते वह पत्थर में तब्दील हो जाता है। जिससे कारखाना मालिकों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि इसके पीछे कौन है। ई टेंडर के बाद भी जिस तरह से बीते कुछ समय में प्रत्येक टन कोयला की कीमत में कमी आ रही है। उस पर भी उन्होंने चिंता व्यक्त की है। यह भी जांच का विषय बन गया है। उन्होंने इन सभी मुद्दों पर केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई और ईडी द्वारा जांच की मांग की। शिल्पांचल में कोई अवैध धंधा चलने नहीं दूंगा। इसके लिए उन्हें जितना दूर जाना होगा वह जाएंगे। इस्पात नगरी बर्नपुर हो या कोयलांचल के अन्य स्थान व्यापक तौर पर भ्रष्टाचार और धांधली चल रही है। राष्ट्रीय संसाधन और राष्ट्रीय संपति की चोरी को कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कोयला, बालू, लोहा सहित विभिन्न प्रकार के अवैध कारोबार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और कहा कि इन सब चीजों की सघन जांच होनी चाहिए और दोषी व्यक्तियों को सजा मिलनी चाहिए। पुलिस प्रशासन इन सब अवैध धंधा पर कार्रवाई नहीं करती है तो उन्होंने वादा किया कि समाज को सुधारने के लिए अपनी टीम के साथ सड़क पर उतरेंगे। जोरदार आंदोलन करेंगे। कृष्णा प्रसाद समाजसेवी है, समाज से बुराइयों को उखाड़ फेंकने का दृढ़ संकल्प लिया है।