बाल लीला से सब को आनंदित करते रहते थे श्री राम – स्वामी श्री दिलीप दास त्यागी जी
बर्नपुर । श्रीराम कथा मनमोहक भवभयतारक, व मर्यादा पूर्ण जीवन जीने का प्रधान साधन है। श्रीराम बाल्यावस्था से ही बड़े तेजस्वी थे। वे अपनी बाल लीलाओं से सबको आनंदित करते रहते थे। यह बातें गुरुवार को कथावाचक स्वामी श्री दिलीप दास त्यागी जी महाराज ने कही। वे बर्नपुर स्थित शिव स्थान मंदिर के प्रांगण में कथा के पांचवे दिन बोल रहे थे। उन्होंने श्री राम की बाल लीलाओं का वर्णन कर श्रोताओं को ओतप्रोत कर दिया। स्वामी जी ने कहा कि जब श्रीराम दशरथ नंदन के रूप में कौशिल्या की कोख से जन्म लिया तो अयोध्या के जन-जन में नित नूतन उत्साह छा गया। अयोध्यापुरी में नित नूतन महोत्सव होने लगे। अथाह अतिथियों का सैलाब अयोध्या की ओर उमड़ पड़ा। श्रीरामलला के दर्शन के लिए भोले भंडारी सहित विभिन्न देवता अवध में आए। आगे स्वामी जी ने कहा कि रामजी का यज्ञोपवीत संस्कार हुआ। इसके बाद गुरु आश्रम में उन्होंने अल्प समय में ही सभी कलाओं का ज्ञान प्राप्त कर लिया। महर्षि विश्वामित्र से अस्त्र-शस्त्र का ज्ञान प्राप्त किया एवं उनके यज्ञ को उपद्रवियों से सुरक्षित किया। श्री राम उदार, भावुक व करुणामयी है। रास्ते में गौतम जी की पत्नी अहिल्या का भी उद्धार कर पति-पत्नी के बीच प्रेम की परिपूर्णता को स्थापित किया। इस मौके पर संतोष भाईजी, कन्हैया लाल शर्मा, दामोदर सिंह, मुरारी अग्रवाल, बजरंग अग्रवाल, कमल अग्रवाल, ओमप्रकाश सिंह, प्रणव चटर्जी, नरेश अग्रवाल, हरीभाई अग्रवाल, पूरन चंद गुप्ता एवं शिल्पांचल के विशिष्ट समाजसेवी, व्यवसायी सह धार्मिक प्रवृत्ति के धनी कृष्णा प्रसाद सहित अन्य श्रोता गण मौजूद थे। मौके पर कृष्णा प्रसाद का भव्य स्वागत किया गया। माला पहनाकर एवं चुनरी ओढ़कर सम्मानित कर सम्मान दिया गया। वहीं कृष्णा प्रसाद ने वयोवृद्ध समाजसेवी सह व्यवसायी कन्हैया लाल शर्मा को माला पहनाकर सम्मानित किया। वहीं मौके पर कृष्णा प्रसाद ने मंदिर में शिव लिंग पर जलाभिषेक कर पूजा अर्चना किया। शिल्पांचल वासियों के सुख शांति व समृद्धि की कामना किया।श्रीमद् भागवत कथा को संबोधित करते हुए कृष्णा प्रसाद ने कहा कि हमारे देश भारत की संस्कृति की पहचान है।उन्होंने कहा कि आज का भागवत कथा का माहौल काफी मनमोहक है एवं पूरा दृश्य आनंदायक है। उन्होंने कहा कि गुरु जी से निवेदन किया था कि श्री प्रभु राम जी का जहां भव्य मंदिर बन रहा है, जो 500 वर्ष के बाद हम सब भारतवासियों को देखने का मौका मिल रहा है। आसनसोल बर्नपुर से 13 तारीख को यहां से सुबह 5 बजे अयोध्या के लिए रवाना होंगे जो भी यहां से जाना चाहेंगे। सभी अग्रवाल जी के साथ संपर्क कर अयोध्या के लिए रवाना होंगे। वहां श्री राम जी का अद्भुत मंदिर बन रहा है। जहां हम लोग पहुंच कर भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना करेंगे। वहां पूजा-अर्चना कर हम लोग धन्य हो जाएंगे। वहीं उन्होंने कहा कि समिति के सभी सदस्यों को मेरा सादर प्रणाम जो इस भव्य मंच पर आने का मुझे मौका दिया। कृष्णा प्रसाद ने कहा कि मेरा दृढ़ संकल्प है कि 5 साल में 505 मंदिर का संकल्प लिए हैं जिस मंदिर का निर्माण अधूरा है, मंदिर का अवस्था जर्जर है। उन सभी मंदिरों को अत्याधुनिक मंदिर बनाएंगे। प्रत्येक वर्ष 101 मंदिर का निर्माण करेंगे। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण का कार्य चालू हो गया है। 15 मंदिरों के निर्माण कार्य चल रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि कोलकाता, पूर्व बर्दवान से भी खबर आ रही है कि मंदिर निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि पहले शिल्पांचाल के 505 मंदिर का निर्माण होने के बाद दूसरे जिला और कोलकाता में भी मंदिर बनाएंगे। उन्होंने कहा कि अभी तक शिल्पांचाल में 200 मंदिरों के जीर्णोद्धार का निर्देश आ चुका है।
अंत में श्री कृष्ण प्रसाद ने कहा कि दिसंबर माह में बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी आ रहे हैं जो संभवत 1 से 15 दिसंबर के बीच समय मिलने की संभावना है। आप सभी उसमें सादर आमंत्रित है।