पंचायत चुनाव में हुए हिंसा के खिलाफ माकपा ने निकाली विरोध रैली
आसनसोल । पंचायत चुनाव में सत्ता पार्टी तृणमूल कांग्रेस द्वारा धांधली और विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं पर हमले आदि का आरोप लगाते हुए बुधवार को माकपा ने रवींद्र भवन के सामने से एक विरोध रैली निकाली। रैली बीएनआर से भगत सिंह मोड़ होते हुए वापस रवींद्र भवन के सामने आकर पथसभा में तब्दील हो गई। पथसभा को संबोधित करते हुए माकपा नेता पार्थ मुखर्जी ने कहा कि पंचायत चुनाव में जिस तरह से तृणमूल द्वारा व्यापक धांधली और विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं पर हमले किए गए। वह सर्वथा निंदनीय है। उन्होंने कहा कि यह लोकतांत्रिक तरीका नहीं है, लेकिन इसके बावजूद भी जिस तरह से कम्युनिस्टों द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से संघर्ष किया गया। इससे प्रमाणित होता है कि वामपंथी एक बार फिर से अपनी खोई जमीन वापस पाने लगे हैं। वामपंथियों को शून्य कहा जा रहा था और इस पंचायत चुनाव में उन्होंने अपनी ताकत दिखा दी है और आने वाले समय में फिर से पूरी ताकत से वापस लौटे। ग्राम पंचायत चुनाव में पुलिस को मुकदर्शक और शासक दल के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए माकपा नेता डॉ. अरुण पांडेय ने कहा कि 12 जून से जुलाई तक पूरे बंगाल में रक्तपात और हिंसा की घटनाएं हुई। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में जनता को उसके अधिकार के उपयोग से वंचित कर दिया गया। इसका जवाब जनता अगले चुनाव में देगी। इस मौके पर सत्यजीत चटर्जी, जयदीप मुखर्जी, हेमंत सरकार, मोइत्री दास, तापस मुखर्जी, हेमंत मिश्रा सहित सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे।