आसनसोल में पहली बार हुलाडेक के साथ मिलकर खोला गया ई-वेस्ट सेंटर
आसनसोल । आधुनिक युग इलेक्ट्रॉनिक युग है। आज बिना कंप्यूटर, मोबाइल तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के जिंदगी के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता। लेकिन जब यह कंप्यूटर मोबाइल आदि पुराने हो जाते हैं या खराब हो जाते हैं तो उनका क्या होता है। क्या इसके बारे में हमने कभी सोचा है। यही से बात आती है, ई-वेस्ट की। इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट के एक समीक्षा के अनुसार पूरे भारत में साल भर में जितना इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट जमा होता है। उसकी तादाद इतनी ज्यादा है कि पर्यावरण के लिए वह एक बहुत बड़ा खतरा पैदा कर सकता है। लेकिन इंसान अपने अज्ञानता के कारण पुराने कंप्यूटर, मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बेतरतीबी से कहीं भी फेंक देता है, जिससे पर्यावरण और लोगों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडराने लगता है। इस समस्या के समाधान के लिए आसनसोल में पहली बार भांगा पांचिल स्थित जालान भवन में ई-वेस्ट सेंटर हुलाडेक के साथ मिलकर खोला गया। जहां पर कोई भी अपना पुराना खराब मोबाइल, कंप्यूटर या इलेक्ट्रॉनिक सामान दे सकता है। अगर किसी को इस सेंटर तक अपने इलेक्ट्रॉनिक सामान को पहुंचाने में असुविधा है तो इस सेंटर के कर्मचारी उसके घर जाएंगे और नि:शुल्क उस चीज को अपने केंद्र तक लेकर आएंगे। इस बारे में इस केंद्र की कर्णधार दीपिका जालान ने कहा की इस सेंटर को खोलने का उद्देश्य आसनसोल की जनता को ई- वेस्ट के बारे में जागरूक करना है और इस क्षेत्र में जिस किसी को भी अपने पुराने इलेक्ट्रॉनिक सामान को उनके सेंटर में जमा करना है। वह उनसे संपर्क कर सकते हैं अगर किसी को अपने सामान पहुंचाने में सुविधा है तो उनके कर्मचारी उनके घर जाएंगे और खुद नि:शुल्क वह सामान इस केंद्र में लेकर आएंगे। इस मौके पर मुख्य रूप से प्रेम गोयल, मधु डुमरेवाल, आरती शर्मा, प्रियासा सिंघानिया सहित जालान परिवार के सदस्यगण उपस्थित थे।