प्राथमिक स्कूलों में हेड मास्टर के नियुक्ति में तृणमूल कांग्रेस कर रही हस्तक्षेप – अग्निमित्रा पॉल
अग्निमित्रा पाल सिर्फ राजनीति करने के लिए इस तरह के बेतुके बयान दे रही – अशोक रुद्रा
आसनसोल । पूरे पश्चिम बंगाल के साथ-साथ पश्चिम बर्दवान जिला में भी प्राथमिक स्कूलों में हेड मास्टर के नियुक्ति में तृणमूल कांग्रेस हस्तक्षेप कर रही है और वह अवैध तरीके से अपने समर्थकों को स्कूलों में हेड टीचर के रूप में नियुक्त करने की कोशिश कर रही है। उक्त बातें आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्रा पाल ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि वरिष्ठता के आधार पर शिक्षकों की सूची तैयार की जाती है। उसके बाद उसमें से जो सबसे वरिष्ठ टीचर होते हैं उनको हेड मास्टर के रूप में नियुक्त किया जाता है। लेकिन यहां पर इस तरह की कोई सूची तैयार किए बिना ही कांकसा और उखड़ा में बुधवार हेड मास्टरों की नियुक्ति के लिए काउंसलिंग किया गया। उन्होंने कहा कि काउंसलिंग के समय शिक्षा विभाग के पदाधिकारी के अलावा और कोई व्यक्ति वहां पर उपस्थित नहीं रह सकता। लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि इस काउंसलिंग में तृणमूल कांग्रेस के नेता मौजूद रह रहे हैं। इतना ही नहीं जब कोई शिक्षक हेड मास्टर बनने के लिए अपने पसंद के स्कूल का चुनाव करते हैं तो वह तृणमूल कांग्रेस नेता उन्हें मना करता है कि वह शिक्षक वहां पर हेड मास्टर बनकर न जाए। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल के हर क्षेत्र में हस्तक्षेप कर रही है। विधायक ने साफ कहा कि पश्चिम बर्दवान में वह ऐसा नहीं होने देंगे और यहां पर हेड मास्टरों की नियुक्ति वरिष्ठता के आधार पर करनी होगी न कि तृणमूल कांग्रेस का समर्थक होने के आधार पर इस संवाददाता सम्मेलन में भाजपा शिक्षक सेल के जिला कन्वीनर पार्थ पाल और भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिला अध्यक्ष अमित गोराई भी मौजूद थे। उन्होंने भी इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किया। भाजपा विधायक अग्निमित्रा पाल द्वारा हेड मास्टरों की नियुक्ति में तृणमूल कांग्रेस द्वारा हस्तक्षेप और अपने समर्थकों को हेड मास्टर के रूप में नियुक्त करने के आरोपी के जवाब में तृणमूल कांग्रेस के शिक्षक सेल से जुड़े नेता और पार्षद अशोक रूद्र ने कहा कि अग्निमित्रा पाल सिर्फ राजनीति करने के लिए इस तरह के बेतुके बयान दे रही हैं। उन्होंने कहा कि अग्निमित्रा पाल बिना तथ्यों के आरोप लगा रही हैं। अशोक रूद्र ने कहा कि वाम फ्रंट के जमाने में हेड मास्टरों की नियुक्ति को लेकर मेदिनीपुर जिले में एक मामला अदालत तक गया था। उसके बाद हेड मास्टरों की नियुक्ति पर रोक लगी हुई थी। अब फिर से यह प्रक्रिया शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि हेड मास्टरों की नियुक्ति सिर्फ और सिर्फ वरिष्ठता के आधार पर हो रही है। इसमें पार्टी द्वारा किसी प्रकार की कोई दखलंदाजी नहीं की जा रही है। उन्होंने साफ कहा कि इस समय पश्चिम बंगाल में कोई भी शिक्षक भाजपा से जुड़ा हुआ नहीं है। इसलिए भाजपा निराधार आरोप लगा रही है और हेड मास्टरों की यह नियुक्ति असिस्टेंट इंस्पेक्टर आफ स्कूल के तत्वावधान में हो रहा है इसमें तृणमूल कांग्रेस की कोई भूमिका नहीं है।