चिनाकुरी गुरुद्वारा प्रांगण में होला मोहल्ला त्यौहार को मुख रखते हुए होला महिला दिवस का किया गया पालन
कुल्टी । गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी चिनाकुरी और गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल पश्चिम बंगाल की तरफ से चिनाकुरी गुरुद्वारा प्रांगण में होला मोहल्ला त्यौहार को मुख रखते हुए होला महिला दिवस का पालन किया गया । जिसमें बच्चों और बड़ों के गेम्स करवाए गए और उन्हें इनाम देकर सम्मानित किया गया। सरदार दीदार सिंह ने बताया कि चीनाकुड़ी में हम लोग पिछले 74 सालों से होला मोहल्ला मनाते आ रहे हैं और इसी के तहत बच्चों को प्रोत्साहन करने के लिए और खेलों में रुचि बढ़ाने के लिए यह प्रतियोगिताएं करवाई जाती हैं। 5 से 7 साल, 8 साल से 11 साल , 12 से 15 साल ,16 से 20 साल और 20 साल से ऊपर पांच ग्रुप बनाए गए ,जिसमें 100 मीटर रेस, बिस्कुट रेस, पासिंग द बॉल रेस, स्पून रेस मां बोली इत्यादि रेस करवाई गई। इस होला मोहल्ला दिवस की यह खासियत रही की जहां पर बच्चों ने अलग-अलग प्रतियोगिताओं में भाग लिया वहां पर बड़े बच्चों और माता बहनों के लिए मां बोली रेस करवाई गई जिसमें उनको गुरुमुखी भाषा को लिखकर दिखाना था।
सरदार गुरविंदर सिंह सचिव गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्किल ने बताया कि हम लोग खेल-खेल में बच्चों में धर्म की जानकारी भी देना चाहते हैं। ताकि लोगों का नैतिक विकास हो ,उन्होंने आगे बताया कि गुरु गोविंद सिंह जी ने यह त्यौहार प्रारंभ किया। आनंदपुर साहब की धरती में ताकि सिखों को यह दुनियावी होली से बचाया जा सके और उनको आत्मक और शारीरिक तौर पर बलवान बनाया जा सके, होला का अर्थ हमला करना और महिला का अर्थ है हमला करने की जगह ,गुरु जी छोटी-छोटी प्रतियोगिता करा कर बच्चों को प्रोत्साहन करते थे और उनको घुड़सवारी और भी बहुत सारी कला की जानकारी देते थे। सरदार सोहन सिंह अध्यक्ष गुरुद्वारा कमेटी चिनाकुरी ने बताया कि हम लोग यह त्यौहार कई सालों से मना रहे हैं इस साल 30 और 31 मार्च को चिनाकुरी गुरुद्वारा प्रांगण में मनाया जाएगा । इसमें भाई हरदीप सिंह जी का रागी जत्था दिल्ली से और हनवंत सिंह जी अमृतसर से कथा कीर्तन करने के लिए पहुंच रहे हैं इलाके की सब संगत से अपील की जाती है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचकर इस कार्यक्रम को सफल बनाएं ३० मार्च शाम को भी और ३१तारीख को पंडाल में भव्य दीवान सजाया जाएगा। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सरदार मलकीत सिंह पारवलिया, सरदार दीदार सिंह ,सरदार जितेंद्र सिंह बराकर , परमजीत सिंह बर्नपुर, सोहन सिंह, सरदार गुरविंदर सिंह, सरदार जसवंत सिंह, सोना सिंह, काबुल सिंह, रतन मशीह, प्रीतम सिंह, हरदीप सिंह, गुरदीप सिंह और सभी का पूरा सहयोग रहा । बच्चों को इनाम देकर सम्मानित किया गया।