सू्र्य उपासना के पर्व चैती छठ के तीसरे दिन पहला अर्घ्य के समय कल्ला प्रभु छठ घाट पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
आसनसोल । लोक आस्था और सू्र्य उपासना के पर्व चैती छठ के तीसरे दिन रविवार को पहला अर्घ्य दिया गया। शाम के समय डूबते भगवान सूर्य को नदियों के किनारे जल चढ़ाया गया। शिल्पांचल के आसनसोल सहित पूरे क्षेत्र में नदी घाट से लेकर विभिन्न जलाशयों के किनारे सैकड़ों श्रद्धालुओं ने अस्त होने वाले भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया और पूजा-अर्चना की। चार दिनों तक चलने वाले इस अनुष्ठान के अंतिम दिन सोमवार को व्रती सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे। शिल्पांचल के आसनसोल कल्ला प्रभु छठ घाट पर ली क्लब की ओर से ओर आयोजित चैती छठ पूजा की मनोरम दृश्य देखने के लिए दूर दराज से लोग पहुंचे थे। छठ घाट पर ली क्लब के सचिव कृष्णा प्रसाद ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुभारंभ किया। क्लब की ओर से पूरी अच्छी व्यवस्था की गई थी। छठ व्रतियों को कोई असुविधा न हो उसके लिए पूरे इंतजाम किया गया था। चैती छठ के तीसरे दिन पर्व को लेकर व्रती कल्ला प्रभु छठ घाट से लेकर विभिन्न नदियों के तटों, तालाब और जलाशयों पर पहुंचे और भगवान भास्कर की पूजा-अराधना की। छठ घाटों पर छठ पूजा के पारंपरिक गीत गूंजते रहे। छठ पर्व को लेकर कल्ला प्रभु छठ घाट सहित सभी नदियों के घाटों पर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। कल्ला प्रभु छठ घाट पर ली क्लब की ओर से दर्शनार्थियों के लिए ठंडा शीतल पेय जल, चाय, बिस्कुट की व्यवस्था की गई थी। सोमवार की सुबह चैती छठ उगते सूर्य को अर्घ्य के समय दूध, अगरबती सहित अन्य पूजन सामग्री ली क्लब के शिविर से दी जाएगी।
मौके पर ली क्लब के सचिव सह समाजसेवी व व्यवसायी कृष्णा प्रसाद, वरिष्ठ सदस्य विजय प्रकाश, अमूल दास, सुदीप पांडेय, मनोज सिंह, विनोद प्रसाद, अशोक तिवारी, पप्पू कुमार, पुराण गोप, किरण बाउरी, राजकुमार साव, संतोष पाण्डेय, संतोष ठाकुर, मुकेश कुमार सहित सैकड़ों सदस्य उपस्थित थे।