मतदान हमारा संवैधानिक अधिकार है, मतदान करना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य, मतदान हमारी सामूहिक इच्छा की अभिव्यक्ति है – साहित्यकार सृंजय
आसनसोल । साहित्यकार और ज़िम्मेदार नागरिक सृंजय की हैसियत से लोकप्रिय समाचार पोर्टल शिल्पांचल टुडे के माध्यम से वे अपने संसदीय क्षेत्र आसनसोल के सभी मतदाताओं से विशेषकर हिन्दीभाषी मतदाताओं से अपील किए हैं कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें। मतदान हमारा संवैधानिक अधिकार है, साथ-ही-साथ मतदान करना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य भी है। मतदान के द्वारा ही हमारी सामूहिक इच्छा की अभिव्यक्ति होती है कि हम कैसी सरकार और कैसी शासन-व्यवस्था चाहते हैं। हमारे पूर्वजों ने इसके लिए काफ़ी संघर्ष किया है, बलिदान किया है, तब जाकर हमें लम्बे विदेशी दासत्व से मुक्ति मिली थी और हम प्रजा से स्वतन्त्र भारत के नागरिक बन पाये थे। हमने अपना संविधान बनाया था और ऐसी व्यवस्था बनायी थी कि हमारे मतों द्वारा चुनी हुई सरकार इसी संविधान के अनुसार सरकार चलाये। यदि हम आलस्य या अनिच्छा के चलते मतदान नहीं करेंगे, तो नैतिक रूप से स्वयं को भारत का नागरिक होने का गौरव खो बैठेंगे। इसलिए हम स्वतःप्रेरणा से स्वयं मतदान केंद्र तक जाकर मतदान अवश्य करें और अन्य लोगों को भी प्रेरित करें।