दुर्गापूजा की नवमी को पांडवेश्वर में अपराधियों ने दिया दस लाख की चोरी की घटना का अंजाम
पांडवेश्वर । दुर्गापूजा की नवमी की रात को पांडवेश्वर के कॉलेज पाड़ा में एक सार्वजनिक दुर्गा पूजा पंडाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने में जब इलाके के लोग मशगुल थे। तब चोर घर का सारा सामान चुरा कर फरार हो गए। पेशे से शिक्षक उत्तम बनर्जी और इलाके के एक अन्य निवासी सजल बैनर्जी के घर पर हुई इस घटना में अपराधियों ने सोने के जेवर, बर्तन और लाखों रुपये की नकदी पर हाथ साफ कर दिया। स्थानीय निवासी बबलू बनर्जी ने बताया कि पांडवेश्वर थाना की पुलिस इतनी निकम्मी है
कि थाना से कुछ ही दूरी पर घटने वाली चोरियों को भी रोकने में नाकाम है। घटना के बारे में जानकारी देते हुए दिशा बनर्जी का आरोप था कि पुलिस को खबर देने के बाद भी पुलिस काफी देर से आई। वह भी टहलते हुए पैदल चलकर। घटनास्थल पर आकर भी पुलिस ने सिर्फ टार्च मारकर अपना कर्तव्य समाप्त किया। इनका कहना है कि पुलिस ने सिविक वालेंटियर्स की तैनाती की है लेकिन वे अपने मोबाइल फोन में ही लगे रहते हैं। ऐसे में सबके मन में एक ही सवाल है कि क्षेत्र की सुरक्षा का क्या होगा ?
घटना को लेकर सजल बैनर्जी की पत्नी शिखा बनर्जी ने कहा कि वह सभी पूजा मंडप में समारोह देखने गए थे। घर की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम के दौरान वह दो बार घर भी आए थे। लेकिन समारोह के बाद जब घर आए तो देखा कि घर का दरवाजा टूटा हुआ है और घर का सारा सामान बिखरा पड़ा था। पूजा के मौके पर घर में काफी मात्रा में सोना रखा था। बेटी के सोने के जेवर सहित कुल मिलाकर करीब एक लाख रुपये के सोने के जेवर था। नकदी और घरेलू बर्तनों के साथ दस लाख रुपये से
अधिक के सोने के जेवर भी थे। थाना के सामने हुई इस घटना से इस इलाके के लोगों में नाराजगी पसर गई। वह थाना पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने पुलिस और थाना के प्रभारी की भूमिका पर भी सवाल उठाए। स्थानीय लोगों ने शिकायत की कि थाना के ठीक सामने पूजा मंडप में पूजा करने गए तो पुलिस ने इलाके पर नजर क्यों नहीं रखी। चोरी की घटना से शिखा देवी फूट-फूट कर रोने लगी। दुर्गापूजा की नौवीं रात की खुशी की जगह आंसुओं ने ले ली। पुलिस से इलाके के लोग नाराज हैं, हालांकि चोरी की खबर मिलते ही पांडवेश्वर थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गई।