होम्योपैथी चिकित्सक के चेंबर में उसका लटका शव बरामद, हत्या न आत्महत्या, पुलिस मामले की कर रही जांच
रानीगंज। रानीगंज के 35 नंबर वार्ड अंतर्गत शहीद नगर मोड़ के पास एक होम्योपैथी चिकित्सक डॉ. लालमोहन खां(40)ने अपने चेंबर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह यहां पर किराए पर चेंबर लेकर होम्योपैथि चिकित्सा करते थे। घटना की सूचना पाकर 35 नंबर वार्ड पार्षद अख्तरी खातून मौके पर पहुंची। 3 महीने से वह यहां पर था। शुक्रवार सुबह स्थानीय लोगों ने देखा कि उनके चेंबर के बंद शटर के अंदर से खून बहकर बाहर आ रहा है। इस पर स्थानीय लोगों ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस आई तो देखा कि डॉ. लालमोहन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। इसलिए यह समझा जा रहा है कि उन्होंने कुछ दिनों पहले ही आत्महत्या की है। पार्षद ने कहा कि यह बड़े अफसोस की बात है कि एक चिकित्सक होकर भी डॉक्टर लालमोहन ने आत्महत्या कर ली। वह इंसान जो दूसरों को जीवन दान करता था उसने खुद आत्महत्या का रास्ता चुन लिया। उन्होंने बताया कि ऐसी जानकारी मिल रही है कि उनकी पत्नी आईसीडीएस कर्मी हैं। वहीं घटना की जानकारी पाकर रानीगंज बोरो चेयरमैन मुजम्मिल शहजादा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि सुबह जब आसपास के दुकानदार अपनी दुकान खोलने आए तो देखा कि डॉक्टर लालमोहन के चेंबर का शटर बंद है। लेकिन शटर के नीचे से खून निकल रहा है। उन्होंने इस बात की जानकारी डॉ. लालमोहन के परिवार वालों को दी उनका परिवार राजापारा में रहता है। वह लोग आए तो पता चला कि डॉ. लालमोहन पिछले करीब चार दिनों से अपने घर नहीं गए हैं। शटर को उठाया गया तो देखा गया कि डॉ. लालमोहन का शरीर फांसी के फंदे से लटका हुआ है। मुजम्मिल शहजादा ने बताया कि वह पिछले करीब 3 महीने से यहां पर किराए पर चेंबर लेकर डॉक्टरी कर रहे थे। इससे पहले वह नबीनगर में चिकित्सा किया करते थे। उन्होंने क्यों आत्महत्या की इस बात की सही जानकारी उनके परिवार के लोग ही दे पाएंगे। रानीगंज थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए आसनसोल जिला अस्पताल भेज दिया।