गंगा जमुना की सभ्यता को जीवित रखने के लिए बाबरनामा जरूर पढ़ें
आसनसोल । इसे कहते हैं गंगा जमुना की सभ्यता। इसी हिंदुस्तान में डब्लूपीएल 2025 क्रिकेट प्रतियोगिता में गुजरात क्रिकेट टीम ने मुंबई के धारावी के अल्पसंख्यक गरीब परिवार की लड़की सिमरन शेख को एक करोड़ 90 लाख रुपए में बोली लगाकर अपने टीम के लिए चयन किया है। इस पर सिमरन शेख के पिता जाहिद अली ने कहा कि उनकी बेटी सिमरन ने अपने क्रिकेट करियर के दौरान अत्यधिक संघर्ष किया है एवं एक मुस्लिम लड़की होने के नाते अपने क्रिकेट करियर में उसे कई प्रकार से दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उक्त बाते आसनसोल के व्यवसायी सुरेन जालान ने कही। उन्होंने सामाजिक तौर पर भी कई बार उस पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की मगर उसने कभी हार नहीं मानी एवं अपने मेहनत एवं लगन के बलबूते आज यह स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि शायद इनके परिवार वालों ने बाबरनामा पढ़ा हो बाबर नामे के इतिहास को देखकर उसके मन में यह विचार आया हो कि बाबरनामा पुस्तक पूरी की पूरी गलत रूप से लोगों को एवं आज की स्थिति को देखते हुए गंगा जमुना की सभ्यता को मिटाने के लिए लिखी गई थी। कुछ विपक्षी राजनैतिक दलों से भी अपील करता हूं कि इस गंगा जमुना की सभ्यता को जीवित रखने के लिए बाबरनामा जरूर पढ़ें। जो खुद बाबर ने लिखा है, उस पर संज्ञान ले। वे इस लड़की को एवं उसके माता-पिता को एवं उसके पूरे परिवार को बधाई देता हूं एवं भविष्य में और अधिक सफलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत का नाम रोशन करे।